सार
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की तबीयत को लेकर तमाम प्रकार की अफवाहें चल रही हैं। इसी बीच उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बयान जारी की है। डॉक्टरों ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रम्प की हालत में तेजी से सुधार आ रहा है। उन्हें शुक्रवार को बुखार भी नहीं आया।
वॉशिंगटन. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की तबीयत को लेकर तमाम प्रकार की अफवाहें चल रही हैं। इसी बीच उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बयान जारी की है। डॉक्टरों ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रम्प की हालत में तेजी से सुधार आ रहा है। उन्हें शुक्रवार को बुखार भी नहीं आया।
डॉक्टरों ने बताया कि उनके खून में ऑक्सीजन की मात्रा भी तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि वे सोमवार को व्हाइट हाउस वापस लौट सकते हैं। ट्रम्प का अभी अमेरिकी सेना के वॉल्टर मेडिकल सेंटर में इलाज चल रहा है।
ट्रम्प को दी गई डेक्सामेथासोन की डोज
डॉक्टरों ने कहा, ट्रम्प को गुरुवार और शुक्रवार को दो बार सप्लीमेंटरी ऑक्सीजन दी गई। उन्हें डेक्सामेथासोन की डोज दी गई। ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे मरीजों के लिए डेक्सामेथासोन को प्रभावी माना जा रहा है। ट्रम्प का इलाज कर रहे डॉक्टर ब्रायन गैरीबाल्डी ने बताया कि राष्ट्रपति को ऑक्सीजन की कमी के चलते डेक्सामेथासोन दी गई। इसे आगे भी जारी रखा जाएगा।
राष्ट्रपति के स्वास्थ्य में हो रहा सुधार
डॉ सीन पी कॉनले ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रम्प के स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है। उन्हें शुक्रवार को बुखार नहीं आया। रेमेडिसविर दवा का 5 दिनों का कोर्स पूरा करने के बाद अब उनकी लीवर और किडनी भी सही तरीके से काम कर रहे हैं। इसके अलावा ट्रम्प को अन्य दवाईयां भी दी जा रही हैं।
ट्रम्प को दी गई कोरोना की एक्सपेरिमेंटल दवा
अमेरिकी राष्ट्रपति को कोरोना वायरस की एक्सपेरिमेंटल दवा REGN-COV2 भी दी गई है। इसे अमेरिका की कंपनी रेजेनरॉन ने बनाया है। इसे कोरोना वायरस की एंडीबॉडीज की कई दवाओं को मिलाकर बनाया गया है। इस दवा का इस्तेमाल ब्रिटेन में रिकवरी ट्रायल के लिए किया जा रहा है।
तबीयत बिगड़ने के बाद कराए गए थे भर्ती
व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज ने बताया था कि राष्ट्रपति ट्रम्प की सेहत शुक्रवार को जितनी खराब बताई गई थी, उससे ज्यादा खराब थी। उन्हें तेज बुखार और खून में आक्सीजन के कम होते स्तर के बाद अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी गई थी। ट्रम्प 74 साल के हैं। इसी कारण उनकी सेहत को लेकर ज्यादा चिंता जताई जा रही है।