सार

अमेरिकी संसद में भारतीय-अमेरिकी सांसदों का अनौपचारिक समूह 'समोसा कॉकस' चर्चा में है। यह समूह भारतीय-अमेरिकी हितों की रक्षा और अमेरिकी नीति निर्माण में उनकी आवाज को बुलंद करता है।

What is Samosa caucus? भारत की संसद में सत्तापक्ष जब अमेरिकी सरकार पर मोदी सरकार गिराने के लिए ओसीसीआरपी प्रोजेक्ट रिपोर्ट से फेक न्यूज फैलाने और कांग्रेस की मिलीभगत का आरोप लगाया है तो एक बार फिर समोसा कॉकस सुर्खियों में है। समोसा कॉकस से लगातार अमेरिकी संसद के सांसद जुड़ रहे हैं।

क्या है समोसा कॉकस का उद्देश्य?

समोसा कॉकस का मुख्य उद्देश्य भारतीय-अमेरिकी समुदाय और दक्षिण एशियाई हितों की रक्षा करना है। यह इमिग्रेशन सुधार, हेल्थ सर्विसेस सहित कई मुद्दों को संबोधित करता है। समोसा कॉकस के मेंबर, ऐसे कानून पर सहयोग करते हैं जो भारतीय-अमेरिकियों के हितों की रक्षा के साथ अमेरिकी नीति निर्माण में एक महत्वपूर्ण आवाज़ का प्रतिनिधित्व करते है।

समोसा कॉकस आखिर है क्या?

समोसा कॉकस, अमेरिकी संसद में भारतीय-अमेरिकी सांसदों का एक अनौपचारिक समूह है। इस कॉकस में डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य शामिल हैं। समोसा कॉकस शब्द 2018 में इलिनोइस के सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने गढ़ा था। यह ग्रुप अमेरिकी राजनीति में भारतीय-अमेरिकियों के बढ़ते प्रभाव का प्रतीक है।

कौन-कॉन हैं समोसा कॉकस के सदस्य?

समोसा कॉकस से अमेरिकी सांसद डॉ अमी बेरा(कैलिफ़ोर्निया का 6वाँ जिला), प्रमिला जयपाल (वाशिंगटन का 7वाँ जिला), राजा कृष्णमूर्ति (इलिनोइस का 8वाँ जिला), रो खन्ना (कैलिफ़ोर्निया का 17वाँ जिला), सुहास सुब्रमण्यम, श्री थानेदार (मिशिगन का 13वाँ जिला) आदि सांसद जुड़ गए हैं। अमेरिका की पूर्व उपराष्ट्रपति कमला हैरिस भी इसकी सदस्य हैं लेकिन वह संसद में सक्रिय नहीं हैं।

क्यों पड़ा समोसा कॉकस नाम?

समोसा भारत का एक लोकप्रिय स्नैक है। भारतीय अमेरिकियों में भी समोसा खासा फेमस है। समोसा को मजाकिया और भारतीय प्रतीक के तौर पर इसका इस्तेमाल किया गया है। समोसा कॉकस न केवल सांस्कृतिक प्रतिनिधित्व का प्रतीक है बल्कि भारतीय समुदाय को प्रभावित करने वाले प्रमुख विधायी मुद्दों को संबोधित करने वाला मंच है।

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