सार

खालिस्तानी आतंकी हरदीप निज्जर के करीबी अर्शदीप दल्ला को कनाडा में गिरफ्तार किया गया है। गोलीबारी की घटना के बाद हुई इस गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है। भारत-कनाडा के तनावपूर्ण संबंधों के बीच यह खबर काफी अहम है।

Arshdeep Dalla arrested: मारे जा चुके खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप निज्जर के करीबी सहयोगी अर्शदीप दल्ला को कनाडा में अरेस्ट किया गया है। हालांकि, कनाडा पुलिस ने इसकी आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं की है। अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर छोड़ दिया गया है या जेल भेज दिया गया है। भारत-कनाडा के बीच सभी डिप्लोमैटिक चैनल बंद होने की वजह से आधिकारिक रूप से कोई जानकारी भी नहीं दी गई है। दल्ला को 27-28 अक्टूबर को कनाडा में हुई गोलीबारी के बाद हिरासत में लिया गया था। सुरक्षा एजेंसियों को गोलीबारी की जानकारी मिली थी जिसमें दल्ला मौजूद था।

कौन है अर्शदीप दल्ला?

  • अर्शदीप दल्ला खालिस्तानी आतंकवादी है। वह भारत में वांटेड है। उसे अर्शदीप सिंह गिल के नाम से भी जाना जाता है।
  • अर्शदीप को खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर का प्रमुख सहयोगी माना जाता है।
  • दल्ला को हत्या और टेरर फंडिंग सहित कई गंभीर अपराधों में शामिल होने की वजह से 9 जनवरी 2023 को भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने वांटेड आतंकवादी घोषित किया गया था।
  • अर्शदीप दल्ला, टारगेटेड मर्डर, वसूली, पाकिस्तान से ड्रग्स व हथियारों की तस्करी जैसे अपराधों में शामिल रहने का आरोप है।
  • अर्शदीप दल्ला, खालिस्तान टाइगर फ़ोर्स (KTF) से जुड़ा हुआ है। यह संगठन भारत में अलग सिख राज्य की वकालत करता है।
  • हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद अर्शदीप दल्ला ने KTF के संचालन का कार्यभार संभाल लिया था।
  • दल्ला को पंजाब में कई हाईप्रोफाइल हत्याओं में भी जोड़ा गया था। सितंबर 2023 में दल्ला का नाम कांग्रे बलजिंदर सिंह बल्ली की हत्या में आया था। उसने इस हत्या की जिम्मेदारी भी ली थी।

भारत-कनाडा के बीच लगातार खराब हो रहे संबंध

बीते साल 18 जून 2023 को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या हो गई थी। निज्जर की हत्या के बाद से कनाडा-भारत के संबंध लगातार खराब होते चले गए। इस साल दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध बदतर हो चुके हैं। सभी डिप्लोमैटिक चैनल बंद हो चुके हैं। 3 नवम्बर को कनाडा में हिंदू मंदिर पर हमला होने के बाद भारत सरकार ने कड़ी आपत्ति दर्ज करायी थी। भारत का आरोप है कि भारत विरोधी आतंकवादियों को कनाडा प्रश्रय दे रहा है। 

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