सार
नई दिल्ली। कुवैत की अपनी ऐतिहासिक यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शेखा एजे अल-सबा से मुलाकात की। उनकी इस मुलाकात की खूब चर्चा है। शेखा लोगों को योग सिखाती हैं। वह कुवैत के पहले लाइसेंस प्राप्त योग स्टूडियो दारात्मा की संस्थापक हैं।
शेखा से हुई मुलाकात को लेकर नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा, "कुवैत में शेखा एजे अल-सबा से मुलाकात हुई। उन्होंने योग और फिटनेस के प्रति जुनून के चलते अपना नाम बनाया है। उन्होंने अपना खुद का योग और वेलनेस स्टूडियो स्थापित किया है। यह कुवैत में काफी लोकप्रिय है। हमने युवाओं के बीच योग को और अधिक लोकप्रिय बनाने के तरीकों के बारे में बात की।"
शेखा एजे अल-सबाह कौन हैं?
शेखा एजे अल-सबाह प्रसिद्ध योग ट्रेनर, उद्यमी और मानवतावादी हैं। उन्होंने 2001 में अपनी योग यात्रा शुरू की थी। 2014 में कुवैत के पहले लाइसेंस प्राप्त योग स्टूडियो दरात्मा की स्थापना की। दरात्मा नाम अरबी शब्द "दार" (घर) और संस्कृत शब्द "आत्मा" (आत्मा) को जोड़ता है। यह आत्म-खोज और संतुलन से जुड़ा है।
शेखा एजे अल-सबाह के मुख्य योगदान
- कुवैत में योग शिक्षा लाइसेंस शुरू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इससे योग को आधिकारिक तौर पर मान्यता मिली। यह लोगों के लिए सुलभ बन सका।
- शेखा ने शेम्स यूथ योग (2015-2021) की सह-स्थापना की। इसमें 0-14 साल के बच्चों को योग की शिक्षा दी जाती है।
- 2015 से यूएई में विपश्यना मौन रिट्रीट का आयोजन किया।
- 2021 में योमनक लिल यमन की शुरुआत की। इससे यमनी शरणार्थियों और आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों की मदद के लिए धन जुटाया गया।
- 2020 में कुवैत में वंचित बच्चों को शिक्षा से जुड़े सामान देने के लिए महामारी राहत का समर्थन किया।
- 2008-2014 तक कुवैत में रेकी जिन केई डो मास्टर ट्रेनिंग का आयोजन किया।
- 2011 में अमेरिका में मोनरो इंस्टीट्यूट में चेतना प्रशिक्षण आयोजित किया।
- 2001 में अफगानिस्तान के काबुल में महिला और बच्चों के एक केंद्र की स्थापना की।
- 2014-2017 में शम्स कॉन्सेप्ट डिजाइन स्टूडियो की स्थापना की।
- 2008-2011 में अल-वतन टीवी पर केननिज टीवी शो के लिए एक रचनात्मक निर्माता के रूप में काम किया।
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