सार

पाकिस्तान में इमरान खान की गिरफ्तारी को लेकर बवाल बढ़ चुका है। इस्लामाबाद में इमरान का घर पुलिस छावनी में तब्दील हो चुका है जबकि बाकी शहरों में भी गिरफ्तारी का विरोध किया जा रहा है।

 

Imran Khan Arrest. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के लिए पुलिस और इमरान समर्थकों के बीच हिंसक झड़प हो गई है। लाहौर में पीटीआई के कार्यकर्ता अपने नेता के घर पर डटे हुए हैं और पुलिस की तमाम कोशिशें नाकाम साबित हो रही हैं। इस्लामाबाद से लेकर कराची, पेशावर और लाहौर तक में पुलिस के भारी बंदोस्त किए गए हैं लेकिन इमरान समर्थकों की नाराजगी थमने का नाम नहीं ले रही है।

लाहौर के जमन पार्क में इमरान का रेजिडेंस समर्थकों से भरा हुआ है पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन और आंसू गैस के गोल तक दागे। इसके बाद इमरान ने अपने समर्थकों से एकजुटता दिखाने की अपील की जिसके बाद लगातार उनके समर्थक सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। तोशाखाना मामले में इमरान की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया गया है और इसी कोशिश में इस्लामाबाद के डीआईजी तक घायल हो गए हैं।

क्या है तोशाखाना केस

उर्दू में तोशाखाना और अंग्रेजी में इसे ट्रेजरी कहा जाता है। विदेशी मेहमानों और डेलीगेट्स से जो भी गिफ्ट सरकारी अधिकारियों को मिलते हैं, वे तोशाखाना में जमा किए जाते हैं। प्रधानमंत्री को यह छूट मिलती है कि वे मिले हुए गिफ्ट को ले सकते हैं लेकिन नियमानुसार उन्हें उन गिफ्ट्स की कीमत का कुछ प्रतिशत भुगतान करना होता है। इमरान पर यही आरोप है कि उन्हें जो भी गिफ्ट मिले, उसे उन्होंने बेचकर करीब 36 मिलियन डॉलर की कमाई की। यह आरोप है कि उन्होंने गिफ्ट में मिली महंगी घड़ियों को कभी तोशाखाना में जमा ही नहीं किया। यह नियमों का उल्लंघन है।

जारी किया गया अरेस्ट वारंट

इमरान पर आरोप है कि उन्होंन नियमों को अनदेखा किया है और यह क्राइम है। इसके बाद जिला और सेशन कोर्ट ने इमरान के खिलाफ वारंट जारी किया है। इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने 13 मार्च तक के लिए यह वारंट निरस्त कर दिया। लेकिन हाईकोर्ट की टाइम लिमिट खत्म होते ही पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची जहां पीटीआई के समर्थकों से भिड़ंत हो गई।

जनवरी में क्या हुआ था

जनवरी में पाकिस्तान चुनाव आयोग ने इमरान के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया और आरोप लगा कि पीटीआई नेता ने आयोग के खिलाफ अनर्गल टिप्पणी की है। साथ ही महिला जज से दुर्व्यवहार मामले में भी गिरफ्तारी का सामना करना पड़ा। इमरान खान पर अलग-अलग मामलों में 21 एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।

 

 

इमरान ने क्या-क्या कहा

तहरीक-ए-पाकिस्तान के प्रमुख और पाक के पूर्व पीएम इमरान खान ने एक वीडियो मैसेज जारी किया है। इमरान ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी सरकार के लंदन प्लान का हिस्सा है ताकि पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ के खिलाफ सभी मामले खत्म किए जा सके। वीडियो संदेश में इमरान ने कहा कि यह लंदन में हुए एग्रीमेंट के तरह हो रहा है जिसमें कहा गया है कि किसी भी हाल में इमरान को जेल में डाला जाए। पीटआई को खत्म किया जाए ताकि नवाज शरीफ के खिलाफ सभी केस खत्म हो सकें। इमरान ने कहा कि उन्हें यह समझ नहीं आ रहा कि आम लोगों को क्यों निशाना बनाया जा रहा है जबकि उन्होंने खुद 18 मार्च को कोर्ट में हाजिर होने की बात कही है।

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