अग्निपथ स्कीम को लेकर बिहार में हिंसा की 30 लेटेस्ट तस्वीरः बड़ा सवाल- देश जलाकर ये कौन सा हक मांग रहे युवा?
Jun 17 2022, 04:20 PM ISTपटना. केन्द्र सरकार द्वारा युवाओं को सेना में भर्ती (agniveers recuritmen) होने के लिए लांच की गई अग्निपथ स्कीम ( Agnipath Scheme) का देशभर में विरोध हो रहा है। सबसे ज्यादा हिंसक प्रदर्शन बिहार (Agneepath Protest in bihar) में देखने का मिला है। टायर जलाए जा रहे हैं, गाड़ियां फूंक दी जा रही हैं, शीशे तोड़ दिए जा रहे हैं, पत्थरों की बरसात की जा रही है।प्रदर्शनकारियों ने लखीमपुर-आरा, सुपौल और सिकंदराबाद में ट्रेन की बोगियों में आग लगा दी है। कई जिलों में पुलिसवालों को निशाना बनाया गया। प्रदर्शनकारियों ने लखीसराय रेलवे स्टेशन में तोड़फोड करते हुए अग्निपथ स्कीम योजना को वापस लेने की मांग की है। बड़ा सवाल यह उठता है कि देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचाकर युवा कौन सा हक मांगना चाहते हैं। जिस सेना में जाने की इच्छा ये रखते हैं, वहां पर पहला रूल ही अनुशासन और देश की रक्षा का होता है। फिर आग लगाकर, तोड़फोड़ करके ये युवा कैसे देश के रक्षक बन सकेंगे, पता नहीं।अग्निपथ स्कीम को लेकर क्यों सड़कों पर हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं युवाइनका सवाल यह है कि 4 साल की नौकरी के बाद 25% अग्निवीरों को स्थायी काडर में शामिल कर लिया जाएगा, बाकी के 75% कहां जाएंगे। सवाल यह भी है कि 12 लाख रुपए की सेवा निधि से जिंदगी कैसे कटेगी। नौकरी का दूसरा ऑप्शन क्या होगा? टेंशन एक और है- 2021 में सेना में बहाली हुई थी, तब मुजफ्फरपुर समेत 8 जिलों के हजारों कैंडीडेट्स इसमें शामिल हुए थे। फिजिकल के बाद मेडिकल हो गया, लेकिन एक साल से लिखित परीक्षा अभी तक नहीं हुई। सवाल सिर्फ इन प्रर्दशनकारियों का नहीं है बल्कि इनके हां में हां मिलाने के लिए विपक्षी नेताओं की जमात भी कूद पड़ी है। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरेजवाला ने कहा- 4 साल के बाद 22 से 25 साल की उम्र में बगैर किसी अतिरिक्त योग्यता के ये युवा क्या करेंगे? जबकि अभी 15 साल की नौकरी के बाद जब रैग्युलर सैनिक रिटायर होता है, तो उसे बैंक में गार्ड या सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी मिल जाती।अग्निपथ स्कीन को लेकर हो रहे प्रदेशन के बीच केंद्र सरकार ने साफ किया है कि अग्निपथ योजना युवाओं के हित में है। सेना में जाने वाले युवाओं के लिए करियर के नए रास्ते खुलेंगे। सरकार ने 'मिथ बनाम फैक्ट्स' जारी किया है। अग्निपथ स्कीम पर फैलाये जा रहे झूठ से सावधान रहें। भ्रम फैलान वाले पूछ रहे हैं कि सिर्फ चार साल के लिए रोजगार मिलेगा। चार साल बाद भविष्य का क्या होगा? पेंशन भी नहीं मिलेगी। 10-12 लाख रुपए में जिंदगी कैसे गुजरेगी। सेना अनुभवहीन हो जाएगी।सरकार ने अग्निपथ स्कीम के गिनाए अनगिनत फायदे...इससे युवाओं का सेना में जाने का सपना साकार होगा। देशभक्ति की भावना जागेगी। बेरोजगार युवाओं को 4 साल का अनुभव मिलेगा। 4 साल बाद दूसरी नौकरियों के अवसर मिलेंगे। पुलिस और दूसरी संबंधित सेवाओं में उनको प्रयोरिटी दी जाएगी। अग्निवीरों को सीएपीएफएस और असम राइफल्स में प्राथमिकता मिलेगी। कई राज्य सरकारें अपने यहां सरकारी नौकरियों में इनको प्रयोरिटी देंगी। नौकरी के दौरान तकनीकी ट्रेनिंग, डिप्लोमा और पढ़ाई के मौके मिलेंगे। कॉरपोरेट जगत में जॉब मिलने में आसानी होगी। 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थायी सेवा का मौका मिलेगा। 4 साल बाद 11.71 लाख सेवा निधि मिलेगी। इस पैसे से युवा आगे की पढ़ाई या अपना बिजनेस शुरू कर पाएंगे। सेना की ट्रेनिंग युवाओं में संयम और अनुशासन भरेगी। युवा स्वास्थ्य और फिटनेस के प्रति जागरूक रहेंगे। सेना की औसत उम्र घटकर 32 से 26 हो जाएगी। सेना को युवा जोश और सोच मिलेगी। सेना के सामर्थ्य में नयापन आयेगा। सेना को युवाओं के तकनीकी स्किल का फायदा मिलेगा।नीचे स्क्रॉल करके देखिए बिहार में हिंसक प्रदर्शन की कुछ शॉकिंगतस्वीरें। इन तस्वीरों को देखकर आपका दिल रोएगा कि हमारे अपने ही युवा, जिनके ऊपर देश का भविष्य है वो ही सबकुछ जलाने पर तुले हैं...