5 मई को वैशाख मास की पूर्णिमा है। इस दिन बुद्ध पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा। साल का पहला चंद्र ग्रहण भी इसी दिन होगा, लेकिन ये भारत में दिखाई नहीं देगा। शुक्रवार को स्वाति नक्षत्र दिन भर रहेगा, जिससे गद नाम का शुभ योग बनेगा।
4 मई, गुरुवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। इस दिन नृसिंह जयंती का पर्व मनाया जाएगा। 4 मई को चित्रा नक्षत्र दिन भर रहेगा, जिससे चर नाम का शुभ योग बनेगा। इसके अलावा वज्र और सिद्धि नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
3 मई को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि दिन भर रहेगी। इस दिन बुध प्रदोष का व्रत किया जाएगा। मंगलवार को हस्त नक्षत्र दिन भर रहेगा, जिससे आनंद नाम का शुभ योग बनेगा। इसके अलावा सर्वार्थसिद्धि, हर्षण और व्याघात नाम के 3 अन्य योग भी रहेंगे।
2 मई, मंगलवार को वैशाख शुक्ल द्वादशी तिथि दिन भर रहेगी। मंगलवार को पहले उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र होने से धाता और इसके बाद हस्त नक्षत्र होने से सौम्य नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा त्रिपुष्कर, हर्षण और व्याघात नाम के 3 अन्य योग भी रहेंगे।
1 मई, सोमवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि रहेगी, इस दिन मोहिनी एकादशी का व्रत किया जाएगा। सोमवार को पहले पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने से ध्वज और इसके बाद उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम के 2 शुभ योग दिन भर रहेंगे।
30 अप्रैल, रविवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि रहेगी। रविवार को मघा नक्षत्र दोपहर 03.30 तक रहेगा, इसके बाद पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। राहुकाल शाम 5:13 से 6:50 तक रहेगा।
29 अप्रैल, शनिवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी और दशमी तिथि का संयोग बन रहा है। इस दिन सीता नवमी का पर्व मनाया जाएगा। शनिवार को पहले आश्लेषा नक्षत्र होने से मानस और इसके बाद मघा नक्षत्र होने से पद्म नाम के शुभ योग बनेंगे।
28 अप्रैल, शुक्रवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी और नवमी तिथि का संयोग बन रहा है। शुक्रवार को पहले पुष्य नक्षत्र होने से उत्पात और उसके बाद आश्लेषा नक्षत्र होने से मृत्यु नाम के अशुभ योग बनेंगे।
27 अप्रैल, गुरुवार को पहले पुनर्वसु नक्षत्र होने से सिद्धि और उसके बाद पुष्य नक्षत्र होने से शुभ नाम के 2 योग बनेंगे। इसके अलावा धृति और शूल नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 2:00 से 3:36 PM तक रहेगा।
26 अप्रैल, बुधवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी और सप्तमी तिथि का संयोग बन रहा है। बुधवार को पुनर्वसु नाम का नक्षत्र पूरे दिन रहेगा, जिससे गद नाम का अशुभ योग पूरे दिन रहेगा। इसके अलावा सुकर्मा और धृति नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।