अखिलेश यादव को इसका स्वागत करना चाहिए था, लेकिन उन्होंने निंदा की। इससे साफ पता चलता है कि कहीं न कहीं किसी न किसी से तार जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह तो इत्र की बात करते थे, इत्र का मित्र इनका कौन निकला। वो पूरे देश और दुनिया ने देखा है। कार्रवाई का फर्क सिर्फ अखिलेश यादव और उनकी पार्टी पर पड़ा है।