रविवार को विशाखा नक्षत्र होने से उत्पात नाम का अशुभ योग बन रहा है, जो दिन भर रहेगा।
शुक्रवार को चित्रा नक्षत्र होने से मुसल नाम का अशुभ योग बन रहा है, जो दिन भर रहेगा।
गुरुवार को उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र होने से मातंग और उसके बाद हस्त नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग बन रहा है।
मंगलवार को मघा नक्षत्र होने से कालदण्ड और उसके बाद पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने से धूम्र नाम के 2 अशुभ योग बन रहे हैं।
सोमवार को अश्लेषा नक्षत्र होने से सौम्य नाम का शुभ योग और इसके बाद मघा नक्षत्र होने से ध्वांक्ष नाम का अशुभ योग बन रहा है।
11 जनवरी, शनिवार को दोपहर लगभग 2.41 से पुष्य नक्षत्र प्रारंभ होगा। शनिवार को पुष्य नक्षत्र होने से शनि पुष्य का शुभ योग इस दिन बन रहा है।
गुरुवार को मृगशिरा नक्षत्र होने से मृत्यु और उसके बाद आर्द्रा नक्षत्र के योग से काण नाम के 2 अशुभ योग बन रहे हैं।
रविवार को सुबह अश्विनी नक्षत्र होने से आनंद नाम का शुभ योग और इसके बाद भरणी नक्षत्र होने से कालदण्ड नाम का अशुभ योग बन रहा है। इस दिन सुबह 10.40 तक सर्वार्थ सिद्धि योग भी रहेगा।
26 दिसंबर, गुरुवार को पौष मास की अमावस्या है। इस दिन सूर्योदय मूल नक्षत्र में होगा।
बुधवार को ज्येष्ठा नक्षत्र होने से ध्वांक्ष और उसके बाद मूल नक्षत्र होने से केतु नाम के 2 अशुभ योग दिन भर रहेंगे।