धर्म ग्रंथों के अनुसार, जिस बुधवार को अष्टमी तिथि का योग बने, उस दिन बुधाष्टमी का पर्व मनाना चाहिए। इस बार 20 जुलाई को ये संयोग बन रहा है। इस दिन बुध ग्रह की पूजा और उपाय विशेष रूप से करनी चाहिए।
धर्म ग्रंथों में सावन (Sawan 2022) मास का विशेष महत्व बताया गया है। मान्यता है कि इस महीने में भगवान शिव की पूजा से हर तरह की परेशानियों से बचा जा सकता है। यही कारण है इस महीने में शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है।
Sawan 2022 ka pahla somwar: वैसे तो पूरा सावन का महीना ही शिव भक्ति के लिए प्रसिद्ध है लेकिन इस महीने में आने वाले सोमवार का विशेष महत्व धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस बार 18 जुलाई को सावन का पहला सोमवार है।
World Snake Day 2022: 16 जुलाई 2022 को विश्व सांप दिवस है। ऐसे में आज हम आपको बताते हैं सांप के काटने के बाद आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
Sawan First Somwar: हिंदू कैलेंडर का पांचवां महीना श्रावण (Sawan 2022) 14 जुलाई से शुरू हो चुका है जो 11 अगस्त तक रहेगा। इस महीने में राशि अनुसार कुछ खास उपाय करने से किसी की भी सोई हुई किस्मत जाग सकती है।
सावन भगवान शिव की भक्ति का महीना है। इस महीने में कई आसान उपाय कर भगवान शिव को प्रसन्न किया जा सकता है। कुछ उपाय ऐसे भी हैं जिन्हें करने से धन लाभ के योग भी बनते हैं और व्यक्ति मालामाल भी हो सकता है।
शिव भक्तों को सावन मास का बड़ी बेसब्री से इंतजार रहता है। इस महीने में सभी शिव भक्त विभिन्न माध्यमों से महादेव को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। इस उपाय में कुछ आसान उपाय करने से हर परेशानी दूर हो सकती है।
सावन भगवान शिव का प्रिय मास है। ये हिंदू पंचांग का पांचवां महीना है। इस बार सावन मास 14 जुलाई, गुरुवार से शुरू हो चुका है जो 11 अगस्त तक रहेगा। इस महीने में भक्त अपने-अपने तरीकों से शिवजी को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं।
आज 13 जुलाई, बुधवार को गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima 2022) का पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन गुरु की पूजा का विशेष महत्व है। ये उत्सव महर्षि वेदव्यास के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। इसलिए इसे व्यास पूर्णिमा भी कहते हैं।
आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि के अंतिम दिन यानी नवमी तिथि को भड़ली नवमी (Bhadli Navami 2022) कहते हैं। इस तिथि को साल में आने वाले 4 अबूझ मुहूर्तों में से एक कहा जाता है। यानी इस दिन बिना मुहूर्त देखे में विवाह आदि मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं। इस बार ये तिथि 8 जुलाई, शुक्रवार को है।