गौरव द्विवेदी के मुताबिक यह लापरवाही का मामला है या फिर इसके पीछे कोई बड़ी साजिश है, यह भी देश को पता चलना चाहिए। लेटर पिटिशन में यह भी कहा गया है कि 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साथ हुई घटना के बाद पूरे देश में कत्लेआम हुआ था, ऐसे में कहीं देश में एक बार फिर से वही हालात दोहराने की कोई साजिश तो नहीं रची गई थी, यह भी जांच में साफ होना चाहिए।