सार

चैत्र नवरात्रि के आठवें दिन यानी अष्टमी तिथि पर मां दुर्गा की विशेष पूजा का विधान है। इस बार ये तिथि 20 अप्रैल, मंगलवार को है। इस दिन देवी के महागौरी स्वरूप की पूजा की जाती है।

उज्जैन. अष्टमी के दिन कन्या पूजा का आयोजन भी किया जाता है। मार्कंडेय पुराण में अष्टमी तिथि को देवी पूजा का महत्व बताया गया है, उसके अनुसार, अष्टमी पर देवी पूजा करने से हर तरह की परेशानी दूर हो जाती है और घर में कभी दरिद्रता भी नहीं आती।

अष्टमी पूजा का महत्व
अष्टमी तिथि पर अनेक प्रकार के मंत्रो और विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए। इस दिन मां दुर्गा से सुख, समृद्धि, यश, कीर्ति, विजय, आरोग्यता की कामना करनी चाहिए। मां दुर्गा का पूजन अष्टमी व नवमी को करने से कष्ट और हर तरह के दुःख मिट जाते हैं और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती। यह तिथि परम कल्याणकारी, पवित्र, सुख को देने वाली और धर्म की वृद्धि करने वाली है।

कन्या और देवी के शस्त्रों की पूजा
अष्टमी को विविध प्रकार से मां शक्ति की पूजा करें। इस दिन देवी के शस्त्रों की पूजा करनी चाहिए। इस तिथि पर विविध प्रकार से पूजा करनी चाहिए और विशेष आहुतियों के साथ देवी की प्रसन्नता के लिए हवन करवाना चाहिए। इसके साथ ही 9 कन्याओं को देवी का स्वरूप मानते हुए भोजन करवाना चाहिए। दुर्गाष्टमी पर मां दुर्गा को विशेष प्रसाद चढ़ाना चाहिए। 

ज्योतिष के अनुसार अष्टमी है जया तिथि
ज्योतिष में अष्टमी तिथि को बलवती और व्याधि नाशक तिथि कहा गया है। इसके देवता शिवजी हैं। इसे जया तिथि भी कहा जाता है। नाम के अनुसार इस तिथि में किए गए कामों में जीत मिलती है। इस तिथि में किए गए काम हमेशा पूरे होते हैं। अष्टमी तिथि में वो काम करने चाहिए जिसमें विजय प्राप्त करनी हो। मंगलवार को अष्टमी तिथि का होना शुभ माना जाता है। वहीं श्रीकृष्ण का जन्म भी अष्टमी तिथि पर ही हुआ था।

अष्टमी पूजा के मुहूर्त
सुबह 7.15 से 9.05 तक
दोपहर 01.40 से 03.50 तक
रात 8:35 से रात 10:50 तक

चैत्र नवरात्रि के बारे में ये भी पढ़ें

संतान सुख के लिए चैत्र नवरात्रि में रोज करें दुर्गा सप्तशती के इस अध्याय का पाठ

चैत्र नवरात्रि में नीम की पत्तियां चबाने की परंपरा क्यों? जानिए इसके वैज्ञानिक और आयुर्वेदिक कारण

चैत्र नवरात्रि में उपवास के दौरान आखिर क्यों करते हैं फलाहार का सेवन?

चैत्र नवरात्रि में रोज करें देवी के इन मंत्रों का जाप, मगर ध्यान रखे ये बातें भी

चैत्र नवरात्रि: 13 से 21 अप्रैल तक करें राशि अनुसार ये उपाय, बच सकते हैं हर परेशानी से

चैत्र नवरात्रि के 9 दिनों में कब, कौन-सा पर्व मनाया जाएगा और किस दिन, कौन-सा शुभ योग बनेगा?

चैत्र नवरात्रि के पहले दिन 13 अप्रैल को इस विधि से करें घट स्थापना, ये हैं शुभ मुहूर्त

आप भी रख रहे हैं नवरात्रि के उपवास तो ध्यान रखें ये बातें, जानिए कौन-से काम करने से बचें

चैत्र नवरात्रि: इस बार घोड़े पर सवार होकर आएगी देवी, बन रहे हैं बीमारी फैलाने वाले ग्रह योग

13 से 21 अप्रैल तक मनाई जाएगी चैत्र नवरात्रि, इन 9 दिनों में बनेंगे कई शुभ योग

चैत्र नवरात्रि में करें दुर्गा सप्तशती के इन मंत्रों का जाप, दूर हो सकती हैं आपकी परेशानियां