इस मुस्लिम देश में है प्राचीन शिव मंदिर, चमत्कार ऐसा कि रेगिस्तान में भी पानी से भरा रहता है कुंआ

फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2022) का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 1 मार्च, मंगलवार को है। इस दिन देश भर के शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है। सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि अन्य देशों में भी भगवान शिव के प्राचीन और एतिहासिक मंदिर हैं।

उज्जैन. ओमान (Oman) देश के मस्कट (Muscat) नामक स्थान पर एक प्राचीन शिव मंदिर है। इसे मोतिश्वर महादेव मंदिर (Motishwar Mahadev Temple) कहा जाता है। ओमान अरबी प्रायद्वीप (Arabian Peninsula) के पूर्व-दक्षिण में स्थित एक मुस्लिम देश है जिसे आधिकारिक रूप से सल्तनत ओमान नाम से जानते हैं। यह सउदी अरब (Saudi Arab) के पूर्व ओमान के पश्चिम में यमन की सीमा और दक्षिण की दिशा में अरब सागर की सीमा से लगा है। मस्कट स्थित मोतिश्वर महादेव मंदिर सीयब इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Sieb International Airport) से 35 किमी दूर सुल्तान पैलेस के पास स्थित है। 

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गुजरात से है खास कनेक्शन
मस्कट स्थित मोतिश्वर महादेव मंदिर का गुजरात से खास कनेक्शन है। इतिहासकारों के अनुसार, यह मंदिर गुजरात में कच्छ जिले के भाटिया व्यापारी समुदाय द्वारा बनवाया गया था। भाटिया समुदाय वर्ष 1507 में मस्कट में आकर बसे थे। ऐसा कहा जाता है कि मस्कट में इस समुदाय के बसने के बाद यह गुजरातियों के लिए भारत से बाहर पहला निवास स्थान बना। इसका अंदाजा 16 वीं शताब्दी के बाद से ओमान की राजधानी में बने विभिन्न मंदिरों और धार्मिक-स्थलों से लगाया जा सकता है। ऐतिहासिक लेखों से पता चलता है कि गुजराती परिवारों का वहां 19वीं सदी की शुरुआत में अच्छा-खास वर्चस्व था।

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क्यों मनाई जाती है महाशिवरात्रि?
महाशिवरात्रि भगवान शिव से संबंधित सबसे प्रमुख त्योहार है। ये पर्व फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि पर मनाया जाता है। शिवपुराण के अनुसार, इस तिथि पर भगवान शिव लिंग रूप में प्रकट हुए थे और विष्णु और ब्रह्माजी की परीक्षा ली थी।, वहीं कुछ स्थानों पर इसे शिव-पार्वती के विवाह से जोड़कर देखा जाता है। मान्यता है कि इसी तिथि पर भगवान शिव और पार्वती का विवाह हुआ था।

महाशिवरात्रि पर होते हैं विशेष आयोजन
मोतिश्वर महादेव मंदिर में लगभग सभी हिंदू त्योहार बड़ी ही धूम-धाम से मनाए जाते हैं जैसे वसंत पंचमी, रामनवमी, हनुमान जयंती। महाशिवरात्रि पर यहां विशेष आयोजन होता है, जिसमें हजारों श्रृद्धालु आते हैं। मंदिर में तीन देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं- श्री आदी मोतीश्वर महादेव, श्री मोतीश्वर महादेव मंदिर और श्री हनुमानजी की। यह मंदिर मस्कट में हिंदू समुदाय को एकजुट करने के लिए के लिए एक मंच प्रदान करता है। मस्क़त एक रेगिस्तान है जहां बरसात कम होती है, लेकिन मंदिर के कुएं में साल भर पानी रहता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 फरवरी 2018 को ओमान की अपनी राज्य यात्रा के दौरान इस मंदिर का दौरा किया। वहां उन्होंने मंदिर के प्रबंधन समिति के सदस्यों के साथ बातचीत की और पूजा के साथ अभिषेक भी किया।

कैसे पहुंचें?
मस्कट, ओमान का सबसे बड़ा हवाई अड्डा है। मुंबई सहित अन्य शहरों से भी यहां जाने के लिए सीधी उड़ानें उपलब्ध हैं।


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