Sawan: हिमाचल की पहाड़ी पर स्थित है ये शिव गुफा, यहां के विशाल पत्थर को थपथपाने पर आती है डमरू जैसी आवाज

सावन (Sawan 2021) के इस पवित्र महीने में आज हम आपको ऐसी शिव गुफा के बारे में बता रहे हैं, जो हिमाचल (Himachal) की पहाड़ी पर स्थित है। इस गुफा के मुख्यद्वार पर एक बड़ी पत्थर की चट्‌टान है। इसको थपथपाने से डमरू बजने जैसी ध्वनि निकलती है। 

Asianet News Hindi | Published : Aug 20, 2021 1:08 PM IST

उज्जैन. यह गुफा सोलन (Solan) से करीब 7 किलोमीटर दूर देवठी रोड स्थित गांव पट्टाघाट के समीप शिव ढांक में स्थापित है। इस गुफा के मुख्यद्वार पर एक बड़ी पत्थर की चट्‌टान है। इसको थपथपाने से डमरू बजने जैसी ध्वनि निकलती है। आज तक इस आवाज का रहस्य अनसुलझा हुआ है। दूर-दूर से भक्त यहां ये चमत्कार देखने और शिवजी के दर्शन करने आते हैं।

2 किलोमीटर पैदल रास्ता
सोलन (Solan) से लगभग 7 किलोमीटर का सफर बस से और 2 किलोमीटर का सफर दुर्गम रास्ता पैदल चलकर श्रद्धालु बम बम भोले के उद्घोष के साथ शिव ढांक (shiva dhaank) नामक स्थान तक पहुंचते हैं। जहां प्राचीन गुफा में भगवान शिव शिवलिंग के रूप में विद्यामान है। गुफा की छत से पत्थर के चार थन बने हुए है, जिसमें से दो टूट गए हैं और दो थनों में से अभी भी शिवलिंग पर जल गिरता रहता है।

सबकी मन्नत होती है पूरी
स्थानीय लोग तो भगवान शिव को इष्टदेव के रूप मे पूजते हैं। इस क्षेत्र और आसपास गांव के लोग दूध और घी लेकर आते हैं जिससे भगवान शिव की पूजा की जाती है। मान्यता है कि श्रद्धालु भगवान से जो भी मन्नत मांगता है वह अवश्य पूर्ण होती है। महाशिवरात्रि को यहां पर स्थानीय लोगों द्वारा विशाल भंडारे का भी आयोजन किया जाता है। सावन में तो पूरे महीने यहां भक्तों का तांता लगा रहता है। हर कोई शिवलिंग की एक झलक पाने को लालयित रहता है।

कैसे पहुंचे?
- देश के अन्य प्रमुख शहरों से सोलन तक कोई नियमित उड़ानें नहीं हैं। याहं से निकटतम हवाई अड्डा चंडीगढ़ है। यहां से सड़क मार्ग द्वारा सोलन तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। चंडीगढ़ हवाई अड्डा से सोलन मात्र 66 किमी दूर है।
- सोलन रेलवे स्टेशन प्रमुख रेल मार्गों से जुड़ा हुआ है। दिल्ली, चंड़ीगढ़, भोपाल, अहमदाबाद आदि स्थानों से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है।
- देश के किसी भी प्रमुख शहर से हिमाचल आकर आप सोलन तक आसानी से पहुंच सकते हैं।

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