जनवरी के अंतिम सप्ताह के आखिरी दिन और फरवरी माह के शुरूआती दिनों कई व्रत और उत्सव मनाए जाएंगे। त्योहारों का ये क्रम 28 जनवरी, शुक्रवार के शुरू होगा, जो 2 फरवरी, बुधवार तक चलेगा। इस दौरान भगवान विष्णु, शनिदेव, शिवजी, पितृ देवता के साथ-साथ माता की आराधना के पर्व भी मनाए जाएंगे।
उज्जैन. 28 जनवरी को षटतिला एकादशी (Shattila Ekadashi 2022) का व्रत किया जाएगा। 29 जनवरी को शनि प्रदोष (Shani Pradosh 2022) का व्रत रहेगा। इसके बाद 30 जनवरी को शिव चतुर्दशी (Shiv Chaturdashi 2022) का पर्व रहेगा। 31 जनवरी को श्राद्ध (Shradh Amavasya 2022) और 31 को मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya 2022) रहेगी। इन दोनों दिनो में पितृों के प्रसन्न करने के लिए उपाय किए जाएंगे। 2 फरवरी से गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri 2022) शुरू हो जाएगी, जो 10 फरवरी तक रहेगी। आगे जानिए इन व्रत-पर्वों के बारे में विस्तार से…
28 जनवरी, शुक्रवार (षटतिला एकादशी): माघ महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी होने से इस दिन षटतिला एकादशी व्रत किया जाता है। इस व्रत में भगवान विष्णु की विशेष पूजा और तिल का नैवेद्य लगाया जाता है।
29 जनवरी, शनिवार (तिल द्वादशी और प्रदोष व्रत): स्कंद और नारद पुराण के मुताबिक इस दिन भी भगवान विष्णु की विशेष पूजा की जाती है। साथ ही इस दिन तिल दान करने से अश्वमेध यज्ञ करने जितना पुण्य मिलता है। इस दिन त्रयोदशी तिथि और शनिवार होने से शनि प्रदोष व्रत के साथ शिव पूजा भी की जाएगी।
30 जनवरी, रविवार (शिव चतुर्दशी): कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी होने से इस दिन मासिक शिवरात्रि व्रत किया जाएगा। इस तिथि पर भगवान शिव-पार्वती की पूजा करने से सौभाग्य और समृद्धि बढ़ती है। साथ ही मनोकामनाएं भी पूरी होती है।
31 जनवरी, सोमवार (पितृ कर्म अमावस्या): इस दिन दोपहर में माघ महीने की अमावस्या शुरू हो जाएगी। जो कि अगले दिन तक रहेगी। इसलिए इस दिन श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान करने से पितर प्रसन्न होते हैं। साथ ही इस दिन शिव पूजा करने से हर तरह के दोष भी खत्म होते हैं।
1 फरवरी, मंगलवार (मौनी अमावस्या): ये माघ महीने के कृष्ण पक्ष का आखिरी दिन रहेगा। इस दिन इलाहाबाद संगम, गंगा या यमुना सहित अन्य पवित्र नदियों में स्नान करने का विधान ग्रंथों में बताया गया है।
2 फरवरी, बुधवार (गुप्त नवरात्र प्रारंभ): साल के चार नवरात्र में हिंदू कैलेंडर के आखिरी नवरात्र इस दिन से शुरू हो जाएंगे। ये गुप्त नवरात्र रहेंगे। इन दिनों देवी दुर्गा की दश महाविद्याओं की आराधना की जाएगी।