सिर्फ मकर संक्रांति पर खुलता है रहस्यमयी किले का ये मंदिर, दर्शन के लिए दूसरे शहर से लाते हैं मूर्ति

Makar Sankranti 2023: हमारे देश में ऐसे कई महल और किलें हैं जो आज भी रहस्यों से भरे हैं। ऐसा ही एक किला मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में भी है, जिसे अजयगढ़ किला कहा जाता है। इस किले में एक मंदिर है जो साल में सिर्फ एक बार बार मकर संक्रांति पर ही खुलता है।
 

Manish Meharele | Published : Jan 14, 2023 4:17 AM IST

उज्जैन. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) का पन्ना जिला (Panna District) अजयगढ़ किले (Ajaygarh Fort ) के लिए पहचाना जाता है। ये किला हजारों साल पुराना है। इस किले में एक मंदिर भी है, जिसे अजयपाल बाबा का मंदिर (Temple of Ajaypal Baba) कहा जाता है। खास बात है ये कि ये मंदिर साल में सिर्फ एक बार मकर संक्रांति के मौक पर ही खोला जाता है। इस मौके पर यहां मेला लगता है, जिसमें हजारों भक्त बाबा अजयपाल के दर्शन के लिए यहां आते हैं। बाबा अजयपाल के बारे में कहा जाता है कि वे यहां के स्थानीय देवता हैं। 

रीवा से लाई जाती है भगवान अजयपाल की मूर्ति
भगवान अजयपाल की मूर्ति रीवा के पुरातत्व संग्रहालय में सहेजकर रखी गई है। हर साल मकर संक्रांति के मौके पर इस मूर्ति को अजयगढ़ के किले में लाया जाता है। लोग इनके दर्शन करते हैं, मन्नत मांगते हैं, माथा टेकते हैं। इसके बाद तय समय पर ये मूर्ति वापस रीवा के पुरातत्व संग्रहालय (Archaeological Museum of Rewa) में ले जाकर रख दी जाती है। ये परंपरा कई सालों से चली आ रही है। मगर किसी को नहीं पता कि ऐसा क्यों किया जाता है।

Latest Videos

लगाते हैं इस खास चीज का भोग
दूर-दूर से भक्त मकर संक्रांति पर बाबा अजयपाल के दर्शन करने आते हैं। रात से ही लोगों की भीड़ यहां जुटने लगती है। भक्त पहले मंदिर के सामने स्थित तालाब में डुबकी लगाते हैं और फिर दर्शन करते हैं। बाबा अजयपाल को देशी घी से बनाई रोट (मोटी रोटी) चढ़ाने की परंपरा है। ऐसा कहा जाता है कि निसंतान दंपत्ति की मुराद यहां आकर जरूर पूरी होती है। माना जाता है कि यहां से कोई खाली हाथ नहीं जाता।

रहस्यों से भरा है ये किला
अजयगढ़ किला भी रहस्यों से भरा है। इस किले के बारे में कहा जाता है कि यहां चंदेल राजाओं का खजाना आज भी मौजूद है। इस खजाने के बारे में कई मान्यताए हैं। इसे खोजने के लिए कई बार कोशिश की गई लेकिन किसी को सफलता नहीं मिली। ऐसा भी कहा जाता है कि औरंगजेब जब यहां आया तो उसने खजाने का पता लगाने के लिए मंदिर में रखी मूर्ति तोड़ने की कोशिश की। लेकिन मूर्ति टूटी नहीं और कुंड में जाकर विलुप्त हो गई।

 

ये भी पढ़ें-

Makar Sankranti 2023: जानें मकर सक्रांति की सही डेट, मुहूर्त, शुभ योग और वो सबकुछ जो आप जानना चाहते हैं


Makar Sankranti 2023: बेड लक से बचना चाहते हैं तो मकर संक्रांति पर भूलकर भी न करें ये 5 काम

Makar Sankranti 2023: किस दिन मनाएं मकर संक्रांति 14 या 15 को? जानें शुभ योग और मुहूर्त के बारे में?


Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें। आर्टिकल पर भरोसा करके अगर आप कुछ उपाय या अन्य कोई कार्य करना चाहते हैं तो इसके लिए आप स्वतः जिम्मेदार होंगे। हम इसके लिए उत्तरदायी नहीं होंगे। 

Share this article
click me!

Latest Videos

Kolkata RG Kar Medical Collage Case LIVE: कोलकाता आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले की सुनवाई
UPI से क्रेडिट कार्ड तक, 1 अक्टूबर 2024 से बदल जाएंगे ये 10 नियम
नवरात्र 2024: नोट कर लें 03 अक्टूबर को कलश स्थापना के 6 सबसे शुभ मुहूर्त
500 के नोट पर अनुपम खेर की तस्वीर, एक्टर ने पकड़ा माथा-जानें वायरल वीडियो का सच। Anupam Ker
Kolkata RG Kar Medical Collage Case LIVE: कोलकाता आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले की सुनवाई