14 मार्च से 14 मई तक रहेगी वसंत ऋतु, इसे क्यों कहते हैं ऋतुराज? ग्रंथों में बताई गई है इससे जुड़ी खास बातें

भारतीय पंचांग के अनुसार, एक साल में 6 ऋतुएं होती हैं, ये हैं वर्षा, ग्रीष्म, शरद, हेमंत, शिशिर और वसंत। एक निश्चित समय अंतराल के बाद ऋतुएं बदलती रहती हैं। इनमें से वसंत ऋतु को बहुत ही खास माना गया है।

उज्जैन. वसंत ऋतु के महत्व का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में स्वयं कहा है कि “ऋतुओं में मैं वसंत हूं।” इस बार वसंत ऋतु की शुरूआत 15 मार्च से हो रही है। ज्योतिष और धर्म ग्रंथों के जानकारों का कहना है कि वैदिक काल में इसी ऋतु से नए साल की शुरुआत मानी जाती थी। शिवपुराण के अनुसार, भगवान शिव की तपस्या भंग करने के लिए कामदेव ने ही इस ऋतु की उत्पत्ति की थी।

ये भी पढ़ें- Holi 2022: ग्रहों से शुभ फल पाने के लिए राशि अनुसार इन रंगों से खेलें होली, जीवन में बनी रहेगी सुख-समृद्धि

कब से कब तक रहेगी ये ऋतु? ये हैं और भी खास बातें…
1.
पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र के अनुसार, ऋतुओं का खगोलीय आधार सूर्य होता है। इसके राशि परिवर्तन से ही मौसम बदलते हैं। ज्योतिष के सबसे खास ग्रंथ सूर्यसिद्धांत में बताया है कि जब सूर्य मीन और मेष राशि में हो तो वसंत होती है जो इस बार 15 मार्च से शुरू होगी और 14 मई तक रहेगी।
2. वसंत को ऋतुओं का राजा इसलिए कहा गया है क्योंकि इस ऋतु में धरती की उर्वरा शक्ति यानि उत्पादन क्षमता अन्य ऋतुओं की अपेक्षा बढ़ जाती है। 
3. भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में स्वयं को ऋतुओं में वसंत कहा है। वे सारे देवताओं और परम शक्तियों में सबसे ऊपर हैं वैसे ही वसंत ऋतु भी सभी ऋतुओं में श्रेष्ठ है।
4. इस ऋतु की शुरुआत में सूर्य अपनी मित्र और उच्च राशि यानी मीन और मेष में रहता है, जिससे आत्मविश्वास बढ़ता है। 
5. इस वक्त न तो ज्यादा ठंड और न ज्यादा गर्मी होने से मौसम सुहाना होता है, जिससे उत्साह और सकारात्मकता बढ़ती है। 
6. इस मौसम में नई फसल आने पर उल्लास और खुशी के साथ त्यौहार मनाए जाते हैं। इस ऋतु में ही इंसानों और जीवों में प्रजनन शक्ति बढ़ जाती है। इसलिए इसे सृजन की ऋतु भी कहते हैं। माना जाता है वैदिक काल की पहली ऋतु वसंत ही थी।
7. जब ऋतुएं बदलती हैं त्रिदोष बढ़ते हैं। इससे बचने के लिए व्रत की परंपरा बनाई गई है। इसलिए वसंत ऋतु के आरंभ में चैत्र नवरात्रि के दौरान व्रत किए जाते हैं, जिससे शरीर में हार्मोंन और अन्य चीजों का संतुलन बना रहता है। 

ये भी पढ़ें ...

Holi 2022: 3 शुभ योगों के संयोग में होगा होलिका दहन, कम होगा बीमारी का संक्रमण, मंहगाई पर लगेगी रोक


2 अप्रैल से आरंभ होगी चैत्र नवरात्रि, बनेगा शनि-मंगल का शुभ योग, ग्रहों की स्थिति दिलाएगी शुभ फल

Holashtak 2022: 17 मार्च को होलिका दहन के साथ खत्म हो जाएगा फाल्गुन मास, इसके पहले 8 दिन रहेगा होलाष्क

31 मार्च तक मकर राशि में रहेगा सौर मंडल का सबसे चमकीला ग्रह, इन 4 राशि वालों की चमकेगी किस्मत
 

Share this article
click me!

Latest Videos

महाराष्ट्र चुनाव 2024: महाविकास आघाडी की बुरी हार की 10 सबसे बड़ी वजह
Maharashtra Election Result से पहले ही लगा 'भावी मुख्यमंत्री' का पोस्टर, जानें किस नेता का है नाम
शर्मनाक! सामने बैठी रही महिला फरियादी, मसाज करवाते रहे इंस्पेक्टर साहब #Shorts
Maharashtra Jharkhand Election Result: रुझानों के साथ ही छनने लगी जलेबी, दिखी जश्न पूरी तैयारी
Jharkhand Election Exit Poll: कौन सी हैं वो 59 सीट जहां JMM ने किया जीत का दावा, निकाली पूरी लिस्ट