22 सितंबर, शुक्रवार को पहले ज्येष्ठा नक्षत्र होने से चर और इसके बाद मूल नक्षत्र होने से सुस्थिर नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन आयुष्मान और सौभाग्य नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 10:49 से दोपहर 12:19 तक रहेगा।
उज्जैन. भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि बहुत ही खास है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी तिथि पर मथुरा के बरसाना गांव में राधा रानी का जन्म हुआ था। इस तिथि पर हर साल बरसाने में विशेष आयोजन किया जाता है। इस बार ये तिथि 22 सितंबर, शुक्रवार को है। साथ ही इस दिन दूर्वा अष्टमी का पर्व भी मनाया जाएगा। आगे पंचांग से जानिए आज कौन-कौन से शुभ योग बनेंगे, कौन-सा ग्रह किस राशि में रहेगा और राहु काल व अभिजीत मुहूर्त का समय…
22 सितंबर का पंचांग (Aaj Ka Panchang 21 september 2023)
22 सितंबर 2023, दिन शुक्रवार को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि दोपहर 01.35 तक रहेगी। इसके बाद अष्टमी तिथि शुरू हो जाएगी। इसी दिन राधा अष्टमी और दूर्वा अष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। शुक्रवार को ज्येष्ठा नक्षत्र दोपहर 03.34 तक रहेगा, इसके बाद मूल नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। शुक्रवार को पहले ज्येष्ठा नक्षत्र होने से चर और इसके बाद मूल नक्षत्र होने से सुस्थिर नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन आयुष्मान और सौभाग्य नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 10:49 से दोपहर 12:19 तक रहेगा।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी…
शुक्रवार को चंद्रमा वृश्चिक राशि से निकलकर धनु राशि में प्रवेश करेगा। इस दिन सूर्य कन्या राशि में, गुरु और राहु मेष राशि में, शनि कुंभ राशि में, बुध सिंह राशि में, केतु तुला राशि में, मंगल कन्या राशि में और शुक्र कर्क राशि में रहेंगे। शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। अगर यात्रा करना जरूरी हो तो जौ या राईं खाकर घर से बाहर निकलें।
22 सितंबर के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2080
मास पूर्णिमांत- भादौ मास
पक्ष- शुक्ल
दिन- शुक्रवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- ज्येष्ठा और मूल
करण- वणिज और विष्टि
सूर्योदय - 6:19 AM
सूर्यास्त - 6:20 PM
चन्द्रोदय - Sep 22 12:42 PM
चन्द्रास्त - Sep 22 11:21 PM
अभिजीत मुहूर्त - 11:55 AM – 12:43 PM
अमृत काल - 06:46 AM – 08:22 AM
ब्रह्म मुहूर्त - 04:42 AM – 05:30 AM
22 सितंबर का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 3:19 PM – 4:50 PM
कुलिक - 7:49 AM – 9:19 AM
दुर्मुहूर्त - 08:43 AM – 09:31 AM और 12:43 PM – 01:31 PM
वर्ज्यम् - 01:23 PM – 02:56 PM
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Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।