
Mangal Vakri 2024 Rashifal: ज्योतिष शास्त्र में मंगल को सेनापति कहा जाता है। ये क्रूर ग्रह है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, वर्तमान में मंगल ग्रह कर्क राशि में स्थित है। 7 दिसंबर, शनिवार से ये ग्रह वक्री हो चुका है, मंगल की ये स्थिति 80 दिनों तक यानी 24 फरवरी 2025 तक रहेगा। इस दौरान मंगल उल्टी चाल चलेगा। मंगल की ये स्थिति शुभ और अशुभ दोनों तरह के फल देने वाली रहेगी। जानें मंगल के वक्री होने के क्या होगा देश-दुनिया पर असर…
ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, मंगल के वक्री काल में प्राकृतिक आपदाएं जैसे भूकंप, आगजनी आदि घटनाएं होने का खतरा बना रहेगा। ये स्थिति भारत के साथ-साथ अन्य सभी देशों में हो सकती है। देश में अस्थिरता आ सकती है। दक्षिण तथा पश्चिम दिशा के राज्यों में राजनीतिक परिवर्तन संभव है और कहीं मौसम की अनुकूलता तो कहीं प्रतिकूलता का अनुभव होगा। ये स्थिति ठीक नहीं रहेगी। अग्नि से संबंधित कोई बड़ी घटना हो सकती है, जिसमें जान-माल का नुकसान संभव है।
वक्रत्व काल के दौरान ही मंगल-शनि का षड़ाष्टक योग बनेगा। ये स्थिति भी ठीक नहीं रहेगी। शनि और मंगल दोनों ही क्रूर ग्रह है। इन दोनों ग्रहों का संबंध कुछ अशुभ स्थितियां पैदा कर सकता है। हालांकि मंगल-शनि के इस योग से कुछ शुभ फल भी मिलेंगे। इनके दृष्टि संबंध से तकनीकी परिवर्तन के साथ नई-नई प्रणालियों का विकास होगा। हथियार और मेडिसिन, टेक्नोलॉजी, केमिकल रिसर्च, एनर्जी पावर सेक्टर में प्रगति संभव है।
मंगल कर्क राशि में वक्री रहेगा, जिसके चलते सबसे ज्यादा अशुभ प्रभाव इसी राशि वालों पर देखने को मिलेंगे। इस राशि के लोगों को इस दौरान सावधान रहने की जरूरत है। इनके साथ कोई घटना-दुर्घटना हो सकती है। वाहन आदि सावधानी से चलाएं। रिस्क वाले काम भूलकर भी न करें। इनवेस्टमेंट करने के लिए ये समय बिल्कुल भी ठीक नहीं है।
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