टेस्ला भारत में एंट्री की कोशिश में लगी हुई है। अगर उसके यहां आने का रास्ता साफ होता है तो कंपनी के सामने भारतीय ऑटो बाजार में खुद को खड़े करने की सबसे बड़ी चुनौती होगी। यहां EV सेगमेंट में कई कंपनियों पहले से ही मजबूत पकड़ बनाए हुए हैं।
ऑटो डेस्क : दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी Tesla की भारत में एंट्री हो सकती है। कंपनी की तरफ से लगातार इसकी कोशिशें की जा रही हैं। इन दिनों टेस्ला की टीम इंडिया आई हुई है। भारत सरकार के साथ उनकी बातचीत चल रही है। दूसरी तरफ, केंद्र सरकार भी देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दे रही है। इसका असर भी धीरे-धीरे ही सही दिखने लगा है। ऑटो सेक्टर में EV सेगमेंट में अब इजाफा देखने को मिल रहा है। ऐसे में अगर टेस्ला की इंडिया में एंट्री होती है तो कुछ सवाल ऐसे सामने आएंगे, जिनका जवाब खुद टेस्ला के फाउंडर और CEO एलन मस्क (Elon Musk) भी पाना चाहेंगे।
1. क्या टेस्ला भारत में सस्ती इलेक्ट्रिक कार लाएगी?
लंबे समय से इसकी चर्चा है कि Tesla अर्फोडेबल इलेक्ट्रिक व्हीकल (Electric Vehicle) पर काम कर रही है। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक टेस्ला की कार पहुंच पाए। अभी तक इन मॉडल्स से जुड़ी कोई डिटेल्स ऑफिशियल नहीं हुई है। लेकिन मस्क इस बारें में सोच जरूर रहे होंगे कि सस्ती ईवी से भारतीय ऑटो बाजार में उन्हें कितनी सफलता मिल पाएगी।
2. भारत में इन कंपनियों का मुकाबला कैसे करेगी Tesla?
टेस्ला की अगर इंडिया में एंट्री होती है, तब उसका मुकाबला इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में कई बड़ी कंपनियों से होगा, जो पहले से ही धाक जमा चुकी हैं। टेस्ला की अर्फोडेबल सेगमेंट वाली कारें भारत में आईं तो कंपनी को टाटा मोटर्स, हुंडई, MG, Citroen और BYD जैसे प्लेयर्स से मुकाबला करना होगा। वहीं, अगर टेस्ला प्रीमियम सेगमेंट में उतरती है, तब उसे मर्सिडीज बेंज, BMW, Audi और Volvo जैसी कंपनियों से टक्कर मिल सकती है।
3. क्या भारत में धाक जमा पाएगी टेस्ला?
भारतीय ऑटो बाजार पहले से ही कई पॉपुलर इलेक्ट्रिक कारों से गुलजार है। इन कारों का क्रेज कस्टमर्स पर खूब देखने को मिलता है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या भारत में दस्तक देने के बाद टेस्ला इंडियन मार्केट और कस्टमर्स के बीच अपनी धाक जमा पाएगी?
4. क्या भारतीय EV सेगमेंट में 5 दबदबे वाली कंपनियों से मुकाबला कर पाएगी टेस्ला?
भारत में पहले से ही 5 इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनियों का दबदबा है। इनसे पार पाना टेस्ला के लिए आसान नहीं होगा। इन कंपनियों की पकड़ काफी मजबूत हैं। इनमें पहले नंबर पर टाटा मोटर्स है। दूसरे नंबर पर महिंद्रा है। जिसके पास अभी एक ही इलेक्ट्रिक कार XUV400 EV है। तीसरा नंबर MG का है। एमजी Comet EV और MG ZS दो इलेक्ट्रिक मॉडल्स बेच रही है। चौथे नंबर पर Citroen और पांचवे नंबर पर BYD है, जिसके दो मॉडल्स BYD Atto 3 और BYD e6 इलेक्ट्रिक कारें बिकती हैं। इस सेगमेंट में लग्जरी कार कंपनियां भी शामिल हैं। जिनमें BMW इंडिया है, जिसकी i4, iX और i7 इलेक्ट्रिक मॉडल्स मौजूद हैं। वहीं, Volvo और Mercedes Benz इंडिया जैसी कंपनियां भी हैं। इन कंपनियों की रैंकिंग अप्रैल 2023 में सेल्स परफॉर्मेंस के आधार पर है।
5. टेस्ला के आने से कितना बदल जाएगा भारतीय ऑटो बाजार?
अभी अमेरिका के बाजार में टेस्ला के चार मॉडल उपलब्ध है। आने वाले समय में तीन और मॉडल कंपनी लॉन्च कर सकती है। अगर यही चार मॉडल्स भारत में भी लॉन्च किए जाते हैं तो ये देश की मौजूदा ई कारों से आगे होगी। इन कारों की रेंज और टॉप स्पीड भी ज्यादा है। दूसरी बात, टेस्ला जब भी किसी बाजार में उतरती है तो उससे पहले वहां का चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर बदलती है। पेट्रोल पंप की तरह ही इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन बनाए जाते हैं। इसका सबसे ज्यादा फायदा इलेक्ट्रिक कारों को खरीदने वालों को होगा। कई बड़े शहर चार्जिंग स्टेशनों से लैस हो जाएंगे।
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