
New Car Buying Guide on Diwali 2025: क्या इस दिवाली (Diwali 2025) आप भी अपनी ड्रीम कार लेने जा रहे हैं? कार कंपनियों के धमाकेदार ऑफर्स आपको भी अट्रैक्ट कर रहे हैं? अगर हां, तो थोड़ा रूकिए। बहुत से लोग सिर्फ फेस्टिव सीजन में सिर्फ 'लिमिटेड पीरियड डिस्काउंट' देखकर बिना किसी प्लानिंग, रिसर्च के ही कार बुक कर लेते हैं और बाद में EMI या सर्विस कॉस्ट देखकर पछताते हैं। अगर आप चाहते हैं कि इस दिवाली आपकी नई कार खुशियों की सवारी बने, तो इस आर्टिकल में समझिए कैसे आप दिवाली 2025 में अपनी पसंद की कार स्मार्ट तरीके से खरीद सकते हैं और कार खरीदते समय किन-किन बातों का ध्यान रखें...
यह वो टाइम है जब ऑटो कंपनियां ग्राहकों को लुभाने के लिए सबसे बड़ी डील्स निकालती हैं। हर शोरूम चाहता है कि दिवाली पर उसकी सेल रिकॉर्ड तोड़े, इसलिए आकर्षक डिस्काउंट, फ्री एक्सेसरीज और लोन पर आसान किस्तों जैसे ऑफर्स दिए जाते हैं।
कैश डिस्काउंट: सीधे कार की कीमत में राहत।
एक्सचेंज ऑफर: पुरानी कार देकर नई पर एक्स्ट्रा फायदा।
फ्री गिफ्ट्स: इंफोटेनमेंट सिस्टम, सीट कवर या फ्री सर्विस।
लो EMI या जीरो प्रोसेसिंग लोन: जिससे जेब पर दबाव कम हो।
एक्सपर्ट्स के अनुसार, फेस्टिव सीजन में सिर्फ ऑफर देखकर कार लेने न चले जाएं। अपनी जरूरत के हिसाब से मॉडल चुनना ज्यादा जरूरी है। अगर आपका डेली ड्राइव छोटा है तो हैचबैक बेहतर, लॉन्ग ट्रैवल या फैमिली ट्रिप्स के लिए SUV पर जा सकते हैं और अगर ड्राइविंग कंफर्ट चाहते हैं तो सेडान ट्राई कर सकते हैं। हालांकि, यह फैसला अपने बजट को ध्यान में रखकर ही 5 मिनट का होमवर्क करें। कार की ऑन-रोड प्राइस और EMI दोनों का अंदाजा लगाएं। मेंटेनेंस और इंश्योरेंस कॉस्ट जोड़ें। सालाना इनकम का 25% से ज्यादा EMI में न डालें। कार की रीसेल वैल्यू और माइलेज भी देखें। सिर्फ ऑफर देखकर कार बदलने का फैसला न करें।
बैंकों और NBFCs में दिवाली के दौरान लोन पर बड़ी-बड़ी स्कीमें आती हैं। इनमें '0% प्रोसेसिंग फीस', 'लो इंटरेस्ट रेट', 'इंस्टेंट अप्रूवल' जैसे बैनर देखकर लोग तुरंत फॉर्म भर देते हैं। लेकिन समझदार खरीदार वही होते हैं, जो पहले कंपेयर करते हैं।
दिवाली पर लोग 'सबसे सस्ता ऑफर' पकड़ने की जल्दी में रहते हैं, जिसकी वजह से सेफ्टी फीचर्स पर भी समझौता कर जाते हैं, लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। अपनी चेकलिस्ट में ड्यूल एयरबैग्स (कम से कम), ABS और EBD ब्रेक सिस्टम, रियर कैमरा और पार्किंग सेंसर, बॉडी क्रैश रेटिंग और चाइल्ड सेफ्टी लॉक और सीट बेल्ट रिमाइंडर जरूर रखें। अगर फैमिली के साथ ट्रैवल करते हैं, तो कंफर्ट और टेक्नोलॉजी फीचर्स जैसे टचस्क्रीन, क्लाइमेट कंट्रोल और बेस्ट सीट सपोर्ट को भी देखें।
कार खरीदना एक बड़ा इन्वेस्टमेंट है, इसलिए डॉक्यूमेंट्स की जांच करना बहुत जरूरी है। शोरूम का माहौल भले फेस्टिव हो, लेकिन पेपरवर्क में गलती सिरदर्द बन सकती है। इसलिए कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट्स को जरूर चेक करें। जैसे-
कार की बुकिंग और डिलीवरी के वक्त कौन-सी सावधानी जरूरी है?
दिवाली में बुकिंग की जल्दी में लोग डीलर की हर बात पर भरोसा कर लेते हैं, लेकिन यही जगह है जहां ज्यादातर लोग गलती कर बैठते हैं। इसलिए सिर्फ ऑथराइज्ड डीलर को एडवांस दें। रिसिप्ट लेना न भूलें। बड़ी रकम तभी दें जब डिलीवरी डेट, कलर और वेरिएंट लिखित में कंफर्म हो। डिलीवरी लेते वक्त पूरी कार बॉडी, टायर, पेंट और डैशबोर्ड चेक करें। चाहें तो किसी ट्रस्टेड मैकेनिक से टेस्ट ड्राइव करवाएं। इसके अलावा VIN नंबर से मैन्युफैक्चरिंग डेट जरूर देखें, क्योंकि कई कारें महीनों पुरानी खड़ी रहती हैं।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी सामान्य जागरूकता और एजुकेशनल उद्देश्य से तैयार की गई है। ऑफर्स, डिस्काउंट्स और लोन शर्तें समय-समय पर ऑटो कंपनियों और डीलर्स द्वारा बदली जा सकती हैं। किसी भी गाड़ी या फाइनेंशियल प्रोडक्ट को खरीदने से पहले संबंधित कंपनी या बैंक से ऑफिशियल जानकारी और शर्तें जरूर जांच लें।
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