इंडिगो और गो एयर के बेड़े में क्रमश 106 और 43 प्रैट एंड व्हिटनी इंजन लगे ए 320 नियो विमान हैं।
नई दिल्ली। विमानन नियामक डीजीसीए ने मंगलवार को बताया कि इंडिगो और गो एयर ए-320 नियो विमानों में लगे कुल 180 अपरिवर्तित प्रैट एंड व्हिटनी (पीडब्ल्यू)इंजन को एक-एक कर इस साल के मई तक बदल देंगे। इंडिगो और गो एयर के बेड़े में क्रमश 106 और 43 प्रैट एंड व्हिटनी इंजन लगे ए 320 नियो विमान हैं।
सामने आई थी इंजन की दिक्कतें
इन विमानों को बेड़े में शामिल करने के बाद पीडब्ल्यू इंजन में समस्या की कई घटनाएं सामने आई थी। उल्लेखनीय है कि इंडिगो के बेड़े में एलपीटी (निम्न दाब टर्बाइन) के खराब होने की अधिक घटनाएं सामने आई थी जिसके बाद नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने पिछले साल एक नवंबर को कंपनी को निर्देश दिया था कि वह 31 जनवरी तक अपरिवर्तित इंजन को परिष्कृत इंजन से बदले।
समयसीमा 30 मई तक
डीजीसीए ने इसके बाद इस समय सीमा को बढ़कार 30 मई कर दी। विमानन नियामक ने गो एयर को भी 30 मई तक अपरिवर्तित इंजन को बदलने का निर्देश दिया। नियामक ने मंगलवार को बताया कि पीडब्ल्यू एयर इंडिया के साथ मिलकर भारत के मुंबई में इंजन के रखरखाव, मरम्मत और पूरी जांच के लिए सुविधा स्थापित करने की प्रक्रिया में है ताकि तीसरे चरण के एलपीटी को बदला जा सके।
डीजीसीए ने बताया, ‘‘ इस सुविधा से इंजन को अद्यतन करने में लगने वाले समय में उल्लेखनीय कमी आएगी।’’
(ये खबर पीटीआई/भाषा की है। एशियानेट हिन्दी न्यूज ने सिर्फ हेडिंग में बदलाव किया है।)