मुजफ्फरपुर में CM नीतीश कुमार की चुनावी सभा, नतीजों से पहले ही NDA प्रत्याशी को पहनाई जीत की माला

सीएम नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर जिले की सकरा विधानसभा में चुनावी रैली में जनता से एनडीए उम्मीदवार अशोक कुमार चौधरी को जिताने के लिए लोगों से हाथ भी उठवाएं।

Asianet News Hindi | Published : Oct 26, 2020 7:13 AM IST

मुजफ्फरपुर/पटना। पहले फेज की वोटिंग के लिए कैम्पेन के आखिरी दिन सीएम नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर जिले की सकरा विधानसभा में चुनावी रैली की। बिहार में एनडीए सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए सभा के अंत में नीतीश ने जनता से एनडीए उम्मीदवार अशोक कुमार चौधरी को जिताने के लिए लोगों से हाथ भी उठवाएं। सीएम ने कहा- "कोरोना की वजह से बहुत जगह मैं जा नहीं पा रहे हूं। फिर भी कोशिश कर रहा हूं कि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच जाऊं। आपके भी बीच में आए हैं तो क्या उम्मीद लेकर जाएं? हमारे उम्मीदवार अशोक चौधरी को जिताएं।" इतना कहने के बाद रैली में जुटे लोगों से पूछकर नीतीश ने अशोक चौधरी को जीत की माला पहना दी। 

इससे पहले नीतीश ने बिहार में एनडीए सरकार को लेकर विपक्ष के तमाम आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा- "जिनको किसी चीज की जानकारी नहीं है, कोई अनुभव नहीं है वो लोग अपने सलाहकारों के हिसाब से कुछ भी बोल रहे हैं। मैं उस बेमतलब की बात में नहीं पड़ना चाहता। ये वो लोग हैं जो अपने माता-पिता, भाई बहनों और रिश्तेदारों को ही अपना परिवार मानते हैं। मैं तो पूरे बिहार को अपना परिवार मानता हूं। यही समझ कर हमलोगों ने काम शुरू किया था।" 

नीतीश ने कहा- "लोगों का व्यक्तिगत स्वार्थ होता है। सेवा करना ही मेरा धर्म है। हमें जब काम का मौका मिला, हमने न्याय के साथ विकास किया। यही वादा भी किया था। बिहार के हर इलाके और तबके का उत्थान किया। हाशिये के लोगों को मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया। हमारी सरकार में किसी की भी उपेक्षा नहीं की गई।" 

महिलाओं की क्षमता का हुआ उपयोग 
नीतीश कुमार ने अपनी सरकार में महिलाओं को उनकी क्षमता के अनुसार सम्मान देने का दावा किया। उन्होंने कहा- "हम लोगों ने उन्हें सम्मान दिया और उनकी क्षमता का इस्तेमाल किया। पहले मौका ही नहीं मिलता था। हमने महिलाओं के लिए पंचायती राज संस्थाओं, नगर निकायों में 50 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की। उनका प्रतिनिधित्व बढ़ा। गरीबी के कारण लड़कियों को पढ़ा नहीं पाते थे- पोशाक योजना की शुरुआत की, साइकिल योजना की शुरुआत की। लड़कों के लिए भी यही काम किया। बाद में क्या दिखा? अब हर स्तर पर लड़के और लड़कियों की संख्या स्कूलों में बराबर है।" 

लोग नई पीढ़ी को बताएं- पहले क्या था और अब क्या है? 
नीतीश ने कहा- "हाशिये पर रह रहे एससी/एसटी समाज का उत्थान किया। अति पिछड़े वर्ग के लिए कितना काम किया गया। पहले शाम होते ही घर से बाहर निकलने की कोई हिम्मत नहीं करता था। बड़ी आबादी का राज्य होने के बावजूद अब बिहार अपराध के मामले में 23वें स्थान पर है। बहुत लोगों की रुचि बयानबाजी में है, काम में नहीं है। लोग देख लें और नई पीढ़ी को बताएं कि बिहार में पहले क्या था और आज क्या है।" 

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