राजनीति के जानकार बताते हैं कि इस सीट पर सर्वाधिक वोटर वैश्य समुदाय के है। इसके बाद राजपूत, मुस्लिम, ब्राह्मण और भूमिहार का ज्यादा प्रभाव है। वहीं, एनडीए और महागठबंधन के प्रत्याशी को लोजपा के विजय कुमार पांडेय न केवल कड़ी टक्कर देते नजर रहे हैं, बल्कि लड़ाई को त्रिकोणात्मक भी बना रहे हैं।
पटना (Bihar ) । जेल में बंद बाहुबली आनंद मोहन (Anand Mohan) के बेटे चेतन आनंद (Chetan Anand) इस बार शिवहर (Shivhar) सीट से आरजेडी (RJD) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट पर उनका मुकाबला सीटिंग विधायक जेडीयू (JDU) के मो. शरफुद्दीन (Mo.Sharfuddin) से है, जो जीत की हैट्रिक बनाने को बेताब हैं। हालांकि यह तो 10 नवंबर को ही पता चलेगा कि वो इसमें कामयाब हो पाएंगे या फिर उनकी जीत का क्रम टूटेगा। लेकिन, इतना जरूर बता दें कि पिछली बार चुनाव में वो चेतन आनंद की मां लवली आनंद (Lovely Anand) से महज 461 मतों के अंतर से जीतकर दूसरी बार विधायक बने थे।
(फोटो में लवली आनंद)
1996 में से राजनीति में हैं मो.शरफुद्दीन
लगातार दो बाह से इस सीट से विधायक मो.शरफुद्दीन भी ग्रेजुएट हैं। उनके पास 8.13 करोड़ रुपए की दौलत है। वे शरफुद्दीन 1996 राजनीति में आए थे। साल 2005 में लोजपा से चुनाव लड़े। लेकिन, हार गए थे। इसके बाद 2010 में जदयू से चुनाव लड़े और जीत गए, फिर साल 2015 में जदयू से शिवहर सीट से दूसरी बार विधायक बने। पिछली बार चुनाव में वो चेतन आनंद की मां लवली आनंद से महज 461 मतों के अंतर से जीतकर दूसरी बार विधायक बने थे।
(फोटो में मो.शरफुद्दीन)
आनंद मोहन को भी करना पड़ा है हार का सामना
बताते चले कि यह सीट पंडित रघुनाथ झा को लेकर चर्चित रही है। पार्टी और झंडा कोई भी हो, लेकिन, वो इस सीट से लगातार 27 साल विधायक रहे। इतना ही नहीं इस सीट से बाहुबली आनंद मोहन भी मैदान में उतरे, लेकिन रघुनाथ झा के आगे नहीं टिक सके। हालांकि इसबार का चुनाव रघुनाथ झा और बाहुबली आनंद मोहन को लेकर फिर चर्चा में है। वजह, इसबार राजद ने पंडित जी के पुत्र और पौत्र को दरकिनार कर जेल में बंद बाहुबली आनंद मोहन के पुत्र को प्रत्याशी बनाया है। चेतन आनंद राजनीति ग्रेजुएशन कर इस बार राजनीति में आए हैं। उनके पास 16 लाख रुपए की संपत्ति है।
(फोटो में चेतन आनंद और तेजस्वी यादव)
लोजपा भी दे रही कड़ी टक्कर
राजनीति के जानकार बताते हैं कि इस सीट पर सर्वाधिक वोटर वैश्य समुदाय के है। इसके बाद राजपूत, मुस्लिम, ब्राह्मण और भूमिहार का ज्यादा प्रभाव है। वहीं, एनडीए और महागठबंधन के प्रत्याशी को लोजपा के विजय कुमार पांडेय न केवल कड़ी टक्कर देते नजर रहे हैं, बल्कि लड़ाई को त्रिकोणात्मक भी बना रहे हैं। इन सबके बीच वैश्य समुदाय से निर्दलीय राधाकांत गुप्ता, अंगेश कुमार सिंह और जन अधिकार पार्टी के मो. वामिक जफीर की मौजूदगी शिवहर में सत्ता के संघर्ष को रोमांचक बना रही है।
एक नजर में शिवहर सीट
कुल वोटर- 3 लाख 2 हजार 727
पुरुष वोटर- 1 लाख 60 हजार 351
महिला वोटर- 1 लाख 42 लाख 370
ट्रांसजेंडर वोटर-16
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