बिहार की 20 HOT सीट्स पर कौन हारा-कौन जीता: लालू के समधी और शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे की हार, जीते तेज प्रताप

बिहार विधानसभा चुनाव 2020 की हॉट सीट्स का रिजल्ट क्लियर हो चुका है। लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटे तेज प्रताप और तेजस्वी की एक तरफ जीत हुई, तो दूसरी तरफ लालू के समधी चंद्रिका राय को लालू की ही पार्टी से करारी हार मिली।

Asianet News Hindi | Published : Nov 9, 2020 11:07 PM IST / Updated: Nov 10 2020, 09:21 PM IST

पटना. बिहार विधानसभा चुनाव 2020 की हॉट सीट्स का रिजल्ट क्लियर हो चुका है। लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटे तेज प्रताप और तेजस्वी की एक तरफ जीत हुई, तो दूसरी तरफ लालू के समधी चंद्रिका प्रसाद को लालू की ही पार्टी से करारी हार मिली। आइए देखते हैं बिहार की 20 सबसे वीवीआईपी सीटों पर कौन हारा और कौन जीता...

राघोपुर सीट से तेजस्वी की बड़ी जीत- आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को 73 हजार से ज्यादा वोट मिले। उनका मुकाबला भाजपा के उम्मीदवार सतीश कुमार से था। बीजेपी प्रत्याशी को लगभग 45 हजार वोट मिले। बता दें, 2010 में सतीश कुमार ने इसी सीट से राबड़ी देवी को मात दी थी।

80 हजार से ज्यादा वोट पाकर तेज प्रताप ने दर्ज की जीतः हसनपुर सीट से तेजप्रताप यादव को 80 हजार से ज्यादा वोट मिले। बता दें, 2015 में तेजप्रताप महुआ सीट से चुनाव लड़े थे। लेकिन इस बार एश्वर्या के इस सीट से चुनाव लड़ने की अफवाह उड़ने के बाद उन्हें सुरक्षित सीट से उतारा गया।

BJP प्रत्याशी से हार गईं बाहुबली की पत्नी लवली आनंदः  सहरसा से चुनाव लड़ रही लवली आनंद बीजेपी प्रत्याशी से हार गईं। उनको 80 हजार से ज्यादा वोट मिले जबकि बीजेपी कैंडीडे आलोक रंजन को 1 लाख से ज्यादा वोट मिले। बता दें, सहरसा सीट से आरजेडी ने लवली आनंद को उतारा था। ये बाहुबली नेता आनंद मोहन की पत्नी हैं। पति इस वक्त डीएम की हत्या के मामले में सजा काट रहे हैं। ये सांसद रह चुकी हैं।

बाहुबली अनंत सिंह की बड़ी जीत- मोकामा सीट से राजद के उम्मीदवार अनंत सिंह ने बड़ी जीत हासिल की। वे फिलहाल अभी जेल में हैं। इन्हें 78 हजार से ज्यादा वोट मिले। अनंत सिंह इस सीट से 5वीं बार चुनाव मैदान में थे। इन्होंने जदयू के राजीव लोचन नारायण को हराया।


 

बांकीपुर से शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा की हार- शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा कांग्रेस के टिकट से इस सीट पर चुनाव लड़ रहे थे। उन्हें भाजपा के नितिन नवीन से हार का सामना करना पड़ा। लव को 21 हजार से ज्यादा वोट मिले, जबकि बीजेपी उम्मीदवार को 43 हजार से ज्यादा वोट मिले। 

पुष्पम प्रिया को मिले नोटा से भी कम वोटः बांकी पुर से चुनाव मैदान में उतरने वाली पुष्पम प्रिया को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा। इन्हें ढाई हजार से ज्यादा वोट मिले।

कांग्रेस के मशकूर उस्मानी को मिली हारः जाले सीट से कांग्रेस उम्मीदवार मशकूर उस्मानी को हार का सामना करना पड़ा। बीजेपी प्रत्याशी जीबेश ने इनको हराया। उस्मानी को 65 हजार से ज्यादा वोट मिले, जबकि बीजेपी प्रत्याशी को 87 हजार से ज्यादा वोट मिले।

इमामगंज से जीतनराम मांझी की जीत- इमामगंज सीट एनडीए की ओर से हम के खाते में गई थी। हम पार्टी के अध्यक्ष जीतनराम मांझी को 78 हजार से ज्यादा मिले। इन्होंने जेडीयू प्रत्याशी को हराया। 

गया सिटी से प्रेम कुमार की जीत- गया सिटी सीट से भाजपा के कद्दावर नेता प्रेम कुमार ने कांग्रेस प्रत्याशी को हराया। वे यहां से 1990 से लगातार 8वीं बार विधायक बने हैं।

जमुई से श्रेयसी सिंह की जीत- जमुई सीट बिहार की हॉट सीट की लिस्ट में शामिल है। भाजपा उम्मीदवार नेशनल शूटर श्रेयसी सिंह को 71 हजार से ज्यादा वोट मिले। इन्होंने राजद प्रत्याशी को हराया।

सिमरी बख्तियारपुर से वीआईपी के मुकेश सहनी की हारः यह सीट एनडीए गठबंधन के तहत वीआईपी के खाते में गई है। पार्टी अध्यक्ष मुकेश सहनी इस सीट से उम्मीदवार थे लेकिन इनको हार का सामना करना पड़ा। आरजेडी ने यूसुफ सलाहूद्दीन से इनको हार मिली। सहनी को 66 हजार से ज्यादा वोट मिले।


दिनारा से एलजेपी के जय कुमार सिंह की बड़ी हार-नीतीश कुमार के मंत्री जयकुमार सिंह को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। जय कुमार को 27 हजार से ज्यादा वोट मिले।


दिनारा सीट से भाजपा के बागी एलजेपी प्रत्याशी को मिली बड़ी हारः राजेन्द्र सिंह को 51 हजार से ज्यादा वोट मिले। इनको राजद प्रत्याशी विजय कुमार के हाथों हार का सामना करना पड़ा।

चेरिया बरियारपुर से जदयू प्रत्याशी कुमारी मंजू वर्मा की हारः यह सीट बेगूसराय जिले में आती है। 2015 में चेरिया बरियारपुर से जदयू की कुमारी मंजू वर्मा ने जीत हासिल की थी लेकिन इस बार वो अपनी सीट नहीं बचा पाईं। उन्हें आरजेडी के राजवंशी महतो ने हराया।


लालू प्रसाद यादव के समधी चंद्रिका राय को लालू की पार्टी ने ही हरायाः परसा विस सीट से जदयू प्रत्याशी चंद्रिका राय को लालू प्रसाद की पार्टी राजद प्रत्याशी छोटे लाल राय के हाथों हार का सामना करना पड़ा। बिहार में परसा विधानसभा सीट पर दो यादव परिवारों की प्रतिष्ठा दांव पर थी। यहां जदयू से चंद्रिका राय, राजद से छोटे लाल राय और लोजपा से राकेश कुमार सिंह मैदान में थे।


पटना साहिब से भाजपा के नंदकिशोर यादव की जीतः यह सीट भाजपा की सुरक्षित सीट मानी जाती है। यहां से भाजपा प्रत्याशी पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव को 82 हजार से ज्यादा वोट मिले। इन्होंने  कांग्रेस ने प्रवीण सिंह को हराया। 

हथुआ सीट से राजद प्रत्याशी रामसेवक सिंह की हारः समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह को हार का सामना करना पड़ा है। इनको राजद राजद के राजेश सिंह कुशवाहा ने हराया है।

रोसड़ा विधासनभा सीट से LJP प्रत्याशी कृष्णा राज की हारः कृष्ण राज तीन नंबर पर पहुंच सके। उनको कांग्रेस और बीजेपी प्रत्याशी के हाथों हार का सामना करना पड़ा। बीजेपी को 87 हजार से ज्यादा वोट, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी को 51 हजार से ज्यादा वोट मिले। कृष्णा राज को लगभग 23 हजार वोट मिला।


मधेपुरा- पप्पू यादव की हारः  जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मधेपुरा के पूर्व सांसद राजेश रंजन ऊर्फ पप्पू यादव को बुरी तरह हार मिली है। इन्हें लगभग 20 हजार वोट मिले हैं।

मधुबन से भाजपा के राणा रणधीर सिंह की जीत: मधुबन विधानसभा सीट बिहार के तिरहुत क्षेत्र का हिस्सा है। 2015 के चुनाव में इस सीट पर भाजपा के राणा रणधीर को दोबारा जीत मिली है। इनको 48 हजार से ज्यादा वोट मिले हैं।

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