बिहार में 45-45 मिनट पर 3 सभा करेंगे पीएम नरेंद्र मोदी,नेपाल, झारखंड और पश्चिम बंगाल बार्डर तक होगी निगरानी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रधानमंत्री को लश्कर-ए-तैयबा, अलकायदा, जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन, अल-उमर-मुजाहिदीन, हरकत-उल-जिहाद-ए-नेपाल, खालिस्तान टाइगर फोर्स, अंतरराष्ट्रीय सिख युवा फेडरेशन और नक्सली संगठनों से खतरा बना हुआ है। 

Asianet News Hindi | Published : Oct 22, 2020 1:13 PM IST / Updated: Oct 23 2020, 08:37 AM IST

पटना (Bihar)। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) को लेकर 23 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) बिहार आ रहे हैं। वे गया (gaya), सासाराम(Sasaram) और भागलपुर (Bhagalpur) में 45-45 मिनट पर एक-एक चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। जिसे लेकर एनडीए (NDA) के समर्थकों में उत्साह है। लेकिन, प्रशासन के लिए परेशानी बढ़ गई है। क्योंकि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आतंकी संगठनों और नक्सलियों से उनकी सुरक्षा को खतरा है। हालांकि इसे देखते नेपाल सीमा (Nepal border) पर विशेष निगरानी कराई जा रही है। झारखंड (Jharkhand) और पश्चिम बंगाल (West Bengal) को छूने वाले राज्य के इलाके पर भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है। 

कितने बजे कहां होगी सभा
बताते चले कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 अक्टूबर को सुबह लगभग साढ़े नौ बजे गया पहुंच जाएंगे। वहां से सासाराम के लिए रवाना होंगे। सासाराम में सुबह लगभग साढ़े दस बजे से उनका संबोधन शुरू होगा, जो 45 मिनट का होगा। वहां से गया के लिए रवाना होंगे। वहां  पीएम दोपहर लगभग सवा बारह बजे से एक बजे तक चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। गया में चुनावी सभा को संबोधित करने के बाद वे भागलपुर के लिए रवाना होंगे। वे दोपहर लगभग ढाई बजे भागलपुर हवाई अड्डा परिसर पहुंच जाएंगे। पीएम भागलपुर में दोपहर 2.40 से 3.25 तक चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। यहां से गया के लिए रवाना होंगे और गया से शाम 4.55 बजे दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे। 

एसपीजी की सहमति पर ही मंच पर जा पाएंगे नेता
कार्यक्रम स्थल पर मंच तक इस बार पहुंचने के पहले कई तरह की जांच से महत्वपूर्ण नेताओं को भी गुजरना होगा। एसपीजी की सहमति और एसपीजी अधिकारियों की सहमति से जारी पास वाले ही डी-एरिया में प्रवेश पा सकेंगे। सुरक्षा कारणों और वैश्विक महामारी कोरोना को देखते हुए सभी तरह की एहतियाती सतर्कता बरती जा रही है। 

इनसे है पीएम को खतरा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रधानमंत्री को लश्कर-ए-तैयबा, अलकायदा, जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन, अल-उमर-मुजाहिदीन, हरकत-उल-जिहाद-ए-नेपाल, खालिस्तान टाइगर फोर्स, अंतरराष्ट्रीय सिख युवा फेडरेशन और नक्सली संगठनों से खतरा बना हुआ है। 

मंच के पास व्यू कटर का प्रयोग
पीएम मोदी के सभा स्थल के इर्द गिर्द मौजूद रिहायशी इलाके के मकानों और इमारतों की भी विशेष निगरानी कराई जा रही है। उन इलाके के मकानों या इमारतों की छत का इस्तेमाल कर आतंकी स्नाइपर राइफल का प्रयोग न कर सके इसपर भी नजर रखी जा रही है। इसके लिए व्यू कटर भी प्रयोग किया जा रहा है, जो मंच के करीब लगाया गया है। 

ऐसी होगी पीएम सुरक्षा
पीएम की सुरक्षा में सभी सभा स्थल पर सात आइपीएस और चार डीएसपी भी लगाए हैं। 12 जिलों के 113 पुलिस पदाधिकारी चप्पे-चप्पे पर नजर रखेंगे। दंगा नियंत्रण के लिए बीएमपी की 7 प्रकार की कंपनियां लगाई गई है, जिनमें महिला और पुरुष जवान शामिल हैं। स्पेशल ब्रांच की टीम लैंड माइंस डिटेक्टर, बैग स्कैनर, हैंड मेटल डिटेक्टर, डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर समेत अन्य सुरक्षा उपकरणों से लैस रहेगी।
 

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