बिहार में नक्सलियों से पुलिस की मुठभेड़, जंगल में रुक-रुक कर हो रही है गोलीबारी,कई नक्सली घायल

28 को होना है 3 नक्सलीय प्रभावित जिलों में चुनाव तीन नक्सल प्रभावित जिले मुंगेर, जमुई एवं लखीसराय में 28 अक्टूबर को वोटिंग होगी। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न कराने के लिए डीआईजी खुद ही राइफल उठाकर गश्त पर निकलते हैं। 
 

Asianet News Hindi | Published : Oct 18, 2020 9:57 AM IST / Updated: Oct 27 2020, 05:34 PM IST

पटना (Bihar) । बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) के बीच एक बड़ी खबर आ रही है। जी हां बताया जा रहा है कि जमुई-मुंगेर बॉर्डर पर नक्सलियों से पुलिस की मुठभेड़ हो गई है। रुक-रुक कर गोलीबारी हो रही है। इस घटना में कुछ नक्सलियों के घायल होने की भी खबर आ रही है। मुठभेड़ स्‍थल पर जमुई पुलिस के जवान को भेज दिया गया है। 207 कोबरा बटालियन के कमांडेंट रविशंकर कुमार के निर्देश पर द्वितीय कमान अधिकारी विकेश कुमार, सहायक कमांडेंट पी श्याम सुंदर, सहायक कमांडेंट अमित कुमार, सहायक कमांडेंट कंदन कुमार के नेतृत्व में वहां सर्च ऑपरेशन जारी है। दूसरी ओर स्थानीय समाचार पत्र हिंदुस्तान की रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मुठभेड़ में डीआईजी मनु महाराज (DIG Manu Maharaj) जंगल के अंदर फंसे हुए हैं। कोबरा बटालियन के साथ कॉबिंग ऑपरेशन चल रहा है। 

28 को होना है 3 नक्सलीय प्रभावित जिलों में चुनाव
तीन नक्सल प्रभावित जिले मुंगेर, जमुई एवं लखीसराय में 28 अक्टूबर को वोटिंग होनी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मुंगेर रेंज के अंदर आने वाले तीन नक्सल प्रभावित जिलों में 1402 बूथ बनाए गए हैं, जिसमें 291 नक्सल प्रभावित बूथ हैं। जमुई जिला में 586 मतदान केन्द्र नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जबकि लखीसराय जिला में 291 बूथ नक्सल प्रभावित है। 

पिछले चुनाव में 2 जवान हुए थे शहीद
साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में मुंगेर के गंगटा में नक्सली हमला में दो जवान शहीद हुए थे। जिसे लेकर पुलिस काफी सतर्क होकर काम कर रही है। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में लगातार कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है। नक्सल प्रभावित इलाकों में पुलिस और प्रशासन के लिए सबसे बड़ी जिम्मेदारी लोगों को बूथों तक पहुंचाना और वोट प्रतिशत को बढ़ाना है। डीआईजी ने कहा था कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लोगों से जनसम्पर्क बढ़ाया जा रहा है। उनमें मतदान के प्रति जागरुकता फैलाने का काम किया जा रहा है, ताकि मतदान के दिन वे बिना किसी डर के मतदान केन्द्रों तक पहुंच कर वोट डाल सकें।

पैरामिलिट्री फोर्स की मांग
नक्सल प्रभावित जिलों में खुद डीआईजी मनु महाराज राइफल लेकर दौरा कर रहे हैं। अभी हाल ही में उनका मीडिया में बयान आया था कि जिला पुलिस के द्वारा चलाए गए अभियान में कई हार्डकोर नक्सलियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जिससे नक्सली फिलहाल बैकफुट पर चले गए हैं। गुरिल्ला युद्ध में माहिर नक्सलियों को रोके रखना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन सकती है। हालांकि डीआईजी ने कहा था कि नक्सल प्रभावित बूथों के लिए पैरामिलिट्री फोर्स की मांग की गई है।



नक्सली मुठभेड़ की आरोपी प्रत्याशी गिरफ्तार,पति है हार्डकोर नक्सली
इस बार मोतीपुर के कोदरकट्टा गांव में 18 साल पहले नक्सलियों के साथ पुलिस मुठभेड़ की आरोपित मीनापुर विधानसभा क्षेत्र की भारतीय संयुक्त किसान पार्टी से प्रत्याशी भारती देवी उर्फ कुमारी भारती को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। नामांकन पत्रों की जांच के दौरान पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। उसका मायका मीनापुर थाना क्षेत्र के खरहर व ससुराल वैशाली जिला के थाथन बुजुर्ग गांव में है। उसका पति रोहित सहनी हार्डकोर नक्सली है। फिलहाल वह जेल में है। वहीं, उसका ससुर मुसाफिर सहनी भाकपा (माओवादी) की केंद्रीय कमेटी का सदस्य था। इसी साल जेल में रहते बीमार अवस्था में इलाज के क्रम में पीएमसीएच में उसकी मृत्यु हो चुकी है। 

नोट-( कवर पर में फाइल फोटो लगाई गई है)

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