बिहार में विधानसभा की 243 सीटों पर चुनाव (Bihar assembly polls 2020) से पहले सीटों के बंटवारे की वजह से दोनों के विवाद से एनडीए की काफी किरकिरी हो रही है। संभवत: बीजेपी के दिग्गज नेता अब इसका निपटारा चाहते हैं।
पटना। बिहार में विधानसभा की 243 सीटों पर चुनाव (Bihar assembly polls 2020) से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एलजेपी चीफ चिराग पासवान के विवाद (Controversy between Nitish Kumar and Chirag Paswan) का अंत हो सकता है। सीटों के बंटवारे और राजनीतिक वर्चस्व की वजह से दोनों के विवाद से एनडीए की काफी किरकिरी हो रही है। संभवत: बीजेपी के दिग्गज नेता अब इसका निपटारा चाहते हैं। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP President JP Nadda) बिहार के दौरे पर हैं और आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) से मुलाक़ात कर इसके समाधान का तरीका निकाल सकते हैं। इसी दौरान सीटों के बंटवारे पर भी बात तय हो जाने की उम्मीदें हैं।
नवंबर तक हो जाएंगे बिहार में चुनाव
बताया जा रहा है कि एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान (LJP President Chirag Paswan) की असहमतियों पर नड्डा और नीतीश आज आखिरी फैसला ले सकते हैं। दोनों नेताओं की मीटिंग मुख्यमंत्री निवास में होगी। राज्य में चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है और चुनाव की घोषणा से पहले एनडीए सहयोगी दलों (NDA partners) के बीच जारी सभी तरह के गतिरोध (JDU and LJP's cold war) को खत्म कर मजबूती से आगे बढ़ने पर विचार कर रहा है। बताते चलें कि अभी तक चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है मगर चुनाव आयोग (Election commission of India) ने पहले ही साफ कर दिया है कि हर हाल में नवंबर खत्म होने से पहले ही राज्य में चुनाव करवा लिए जाएंगे।
अभी तक एनडीए में बीजेपी, जेडीयू, एलजेपी और जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) की हिन्दुस्तानी अवामी मोर्चा (Hindustani Awami Morcha) शामिल है। पिछले कुछ दिनों से एनडीए में भूमिका बढ़ाने को लेकर चिराग ने लगातार नीतीश पर हमले किए थे। नीतीश ने भी चिराग की काट के लिए मांझी को महागठबंधन खेमे से तोड़कर एनडीए में मिला लिया। इसके बाद दोनों के बीच का विवाद और गहरा गया।
चिराग-नीतीश का झगड़ा क्यों बढ़ा?
चिराग ने कई बार सार्वजनिक रूप से नीतीश सरकार के कामकाज पर भी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने बीजेपी के सीनियर नेताओं के आगे मामले में अपना पक्ष रखा था। चिराग इस बार राज्य में मुख्यमंत्री का पद बीजेपी को देने की मांग कर रहे हैं। हालांकि एनडीए ने पहले ही साफ कर दिया है कि वो नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ने जा रहा है। एनडीए के बड़े नेता चाहते हैं कि विवाद का कोई न कोई समाधान किया जाए। क्योंकि इसकी वजह से मतदाताओं में भ्रम की स्थित और गलत संदेश जा रहा है।
फडणवीस ने पहले दे दिया है संकेत
जेपी नड्डा के अलावा बिहार चुनाव के लिए प्रभारी बनाए गए देवेन्द्र फडणवीस (Devendra Fadnavis incharge for Bihar elections) भी राज्य के दौरे पर हैं। कल उन्होंने इशारों में संकेत भी दिया था कि राज्य में विकास वही सरकार करेगी जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के साथ काम करेगी ना कि उनके साथ संघर्ष। ये इशारा एनडीए में शामिल क्षेत्रीय दलों लिए ही था और कहीं ना कहीं जेडीयू-एलजेपी के विवाद से जुड़ा नजर आ रहा है।
जेपी नड्डा का कुछ ऐसा है कार्यक्रम
बजो विधानसभा चुनाव के लिए राज्य में अपने अभियान का आज ही शुभारंभ कर रही है। जेपी नड्डा बीजेपी कार्यालय (Bihar BJP office in Patna) पर 'आत्मनिर्भर बिहार अभियान' (Atmnirbhar Bihar campaign) का शुभारंभ करेंगे इसेक बाद वो दरभंगा और मुजफ्फरपुर के दौरे पर जाएंगे। इस दौरान पार्टी अध्यक्ष और बिहार प्रभारी पार्टी के नेताओं से चर्चा भी करेंगे।