लोकसभा चुनाव में सीपीआई के टिकट पर बेगूसराय से चुनाव लड़ने वाले कन्हैया कुमार ने बेगूसराय से ही अपने कैम्पेन की शुरुआत की। बीजेपी पर निकाली भड़ास।
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार भी मैदान में कूद गए हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में सीपीआई के टिकट पर बेगूसराय से चुनाव लड़ने वाले कन्हैया कुमार ने बेगूसराय से ही अपने कैम्पेन की शुरुआत की। पूर्व छात्रनेता ने आरोप लगाया कि बीजेपी अब तो जनादेश की अनदेखी कर सीएम ही हैक कर ले रही है।
इस बार सीपीआई सीपीएम और सीपीआई एमएल महागठबंधन का हिस्सा हैं। बेगूसराय जिले की बखरी विधानसभा से सीपीआई उम्मीदवार सूर्यकांत पासवान और तेघड़ा विधानसभा से राम रतन सिंह ने मैदान में हैं। महागठबंधन के पक्ष में वोट मांगने आए कन्हैया कुमार ने कहा- बदलाव के लिहाज से 2020 का विधानसभा चुनाव बिहार के लिए निर्णायक है।
बीजेपी ने हैक कर लिया सीएम
बीजेपी पर निशाना साधते हुए कन्हैया ने कहा- "इस बार आप लोग जो चुनें वो बाद में नहीं बदले। क्योंकि अब देखने में आ रहा है कि चुनाव के बाद हर दल अपने विधायकों को लेकर रिजॉर्ट-रिजॉर्ट खेल रही है। पहले ईवीएम हैक करने की बातें सामने आती थीं लेकिन अब तो बीजेपी सीएम को ही हैक कर रही हैं।" पिछले साल बेगूसराय के चुनाव में कन्हैया केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से बुरी तरह हार गए थे।
बीजेपी पर कसा तंज़
बिहार के पिछले चुनाव को लेकर कन्हैया ने आरोप लगाया- "2015 में यहां की जनता ने जेडीयू-आरजेडी-कांग्रेस के महागठबंधन के पक्ष में जनादेश दिया था। लेकिन कुछ महीनों बाद क्या देखने को मिला? यहां सीएम (नीतीश कुमार) ही हैक हो गए। बीजेपी से गठबंधन कर लिया।" उन्होंने यह भी कहा- जब तक सिंधिया कांग्रेस में थे खराब थे, लेकिन जैसे ही बीजेपी में आ गए वो शुद्ध हो गए। हमने भी एक बार कहा कि मुझे ज्यादा देशद्रोही कहोगे तो बीजेपी में शामिल हो जाएंगे तो हम भी शरीफ हो जाएंगे।
तीन फेज में चुनाव
महागठबंधन में इस बार तीनों वामदलों के अलावा आरजेडी और कांग्रेस भी शामिल है। सबसे ज्यादा 144 सीटों पर आरजेडी लड़ रही है। जबकि कांग्रेस 70 पर और तीनों वाम दल 29 सीटों पर मैदान में हैं। बिहार में 243 विधानसभा सीटों के लिए तीन फेज में वोट डाले जा रहे हैं। नतीजे अगले महीने 10 नवंबर को आएंगे।