मनोज तिवारी ने कहा-मुंगेर कांड से आ रही साजिश की बू,निष्पक्ष की जा रही जांच

एक दिन पहले वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस के खिलाफ लोगों का आक्रोश भड़क गया था। मुंगेर में दिन भर हंगामा होता रहा। आक्रोशित लोगों ने पुलिस थाने में आग लगा दिया। इसके बाद चुनाव आयोग ने मुंगेर के डीएम-एसपी को हटाने का निर्देश दिया। साथ ही मुंगेर में नये डीएम एस पी की तैनीती भी कर दी गई है।

Asianet News Hindi | Published : Oct 30, 2020 9:19 AM IST / Updated: Oct 30 2020, 02:54 PM IST

पटना (Bihar) । मुंगेर में दशहरे के मौके पर मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के समय हुए हिंसा के दौरान एक शख्स की मौत के मामले को लेकर आज भाजपा (BJP) के स्टार प्रचारक मनोज तिवारी (Manoj Tiwari)ने बड़ा बयान दिया है। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मुंगेर में हुई घटना की हमलोग कड़ी निंदा करते हैं। लेकिन, हमें कई बार इसमें साजिश की भी बू आ रही है। फिलहाल निष्पक्ष जांच की जा रही है, जो भी दोषी होंगे उसको कड़ी सजा मिलेगी।

एक दिन पहले फिर भड़की थी हिंसा
एक दिन पहले वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस के खिलाफ लोगों का आक्रोश भड़क गया था। मुंगेर में दिन भर हंगामा होता रहा। आक्रोशित लोगों ने पुलिस थाने में आग लगा दिया। इसके बाद चुनाव आयोग ने मुंगेर के डीएम-एसपी को हटाने का निर्देश दिया। साथ ही मुंगेर में नये डीएम एस पी की तैनीती भी कर दी गई है।

Latest Videos

..तो झूठ बोल रही मुंगरे पुलिस
सीआईएसएफ के रिपोर्ट से मुंगेर पुलिस के दावों का भंड़ाफोड हो गया, क्योंकि मुंगेर पुलिस ने दावा किया था कि भीड़ से फायरिंग हुई। उन्होंने ये भी आरोप लगाया था कि भीड़ के हमले से दर्जनों पुलिस जवान घायल हो गए। लेकिन, सीआईएसएफ की रिपोर्ट में जवानों के घायल होने का कोई जिक्र नहीं है।

क्या है सीआईएसएफ की रिपोर्ट में
सीआईएसएफ के डीआईजी की रिपोर्ट के मुताबिक मुंगेर कोतवाली थाना के कहने पर सीआईएसएफ की टीम को मूर्ति विसर्जन जुलूस की सुरक्षा ड्यूटी के लिए जिला स्कूल स्थित कैंप से भेजा गया था। 26 अक्टूबर की रात 11 बजकर 20 मिनट पर CISF के 20 जवानों की टुकड़ी तैनात हुई। मुंगेर पुलिस ने इन 20 जवानों को 10-10 के दो ग्रुप में बांट दिया। एक ग्रुप को SSB और बिहार पुलिस के जवानों के साथ मुंगेर के दीनदयाल उपाध्याय चौक पर तैनात किया गया।

पहले लोगों ने की थी पत्थरबाजी, फिर पुलिस ने की हवाई फायरिंग
सीआईएसएफ के डीआईजी की रिपोर्ट के अनुसार 26 अक्टूबर की रात के करीब 11 बजकर 45 मिनट पर विसर्जन यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं और स्थानीय पुलिस के बीच विवाद शुरू हुआ। विवाद इतनी बढ़ी कि कुछ लोगों ने पुलिस और सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी थी। पत्थर चलने के बाद मुंगेर पुलिस ने सबसे पहले हवाई फायरिंग की। फायरिंग के बाद लोग ज्यादा उग्र हो गए और पत्थरबाजी तेज कर दी। 

इस हेड कांस्टेबल ने फायर की थी 13 गोलियां 
इस रिपोर्ट में यह भी लिखा है कि ‘‘हालात को बेकाबू होते देख सीआईएसएफ के हेड कांस्टेबल एम गंगैया ने अपनी इंसास राइफल से 13 गोलियां हवा में फायर कीं। फायरिंग के बाद उग्र भीड़ तितर-बितर हुई, फिर सीआईएसएफ, एसएसबी और स्थानीय पुलिस के जवान अपने कैंप में सुरक्षित वापस लौट गए।

यह भी पढ़ें

-बिहार में वोटिंग से एक दिन पहले बवाल, मूर्ति विसर्जन के दौरान चली गोली, एक की मौत, 20 पुलिस कर्मी घायल

-मुंगेर में फिर भड़की हिंसा, SP ऑफिस में तोड़फोड़; चुनाव आयोग ने डीएम-एसपी को हटाया

-CISF की रिपोर्ट में सामने आया मुंगेर हिंसा का सचः भीड़ ने नहीं बल्कि पुलिस ने चलाई थी पहली गोली

Share this article
click me!

Latest Videos

OMG! 53 दवाइयां क्वालिटी टेस्ट में फेल, एक तो है Paracetamol
दिल्ली में काम करने वालों को CM Atishi का बड़ा गिफ्ट, अब नहीं रहेगी कोई टेंशन । Delhi Salary
दशहरा, करवा चौथ और दिवाली की डेट, अक्टूबर 2024 में कब, कौन-सा त्योहार? #Shorts
Bengaluru Mahalaxmi केस का क्या है ओडिशा कनेक्शन? नए एंगल ने पलट दी थ्योरी
'जहर' बन गए कंगना रनौत के ये 5 बयान, इस वजह से बार-बार शर्मिंदा हुई BJP