अब 3 मजिस्ट्रेट करेंगे लालू यादव से मिलने आ रहे लोगों की निगरानी, प्रशासन पर नाराज है क्वारंटीन की गई MLA

रिम्स में लालू यादव से मिलने वाली बिहार से आरजेडी की विधायक समता देवी को क्वारंटीन कर दिया गया था। हालांकि उन्होंने दलित होने का हवाला देते हुए प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाया है। 

Asianet News Hindi | Published : Sep 4, 2020 1:04 PM IST / Updated: Sep 04 2020, 06:35 PM IST

पटना। भ्रष्टाचार के मामले में झारखंड की जेल में सजा काट रहे लालू यादव से मिलने आने वालों को लेकर प्रशासन काफी सख्त दिख रहा है। खराब तबियत का हवाला देकर लालू को जेल से रिम्स में शिफ्ट किया गया था। हालांकि यहां बिहार चुनाव के लिए उनका राजनीतिक दरबार सजाने की खबरें सामने आईं। पूरे मामले में रांची प्रशासन की काफी किरकिरी हुई है। जिसके बाद अब 24 घंटे निगरानी की नई व्यवस्था की गई है। 

इसके तहत तीन मजिस्ट्रेट 8-8 घंटे की शिफ्ट में रिम्स में निदेशक के बंगले की निगरानी करेंगे। इस दौरान नियमों के बिना किसी को लालू से मुलाक़ात करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। यह भी कोशिश की जाएगी कि निदेशक के बंगले के बाहर या रिम्स परिसर में राजनीतिक मुलाकतियों की संख्या न बढ़े। इससे पहले मामला तूल पकड़ने पर प्रशासन ने बाहर पुलिस की व्यवस्था के साथ बिना अनुमति मिलने वालों को 14 दिन के लिए क्वारंटीन करने का नियम बनाया था। रिम्स में लालू से मिलने वाली बिहार से आरजेडी की विधायक समता देवी को भी इसी तरह क्वारंटीन कर दिया गया। हालांकि उन्होंने दलित होने का हवाला देते हुए प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाया है। 

दलित होने की वजह से किया जा रहा प्रताड़ित 
दो दिन पहले ही बाराचट्टी की RJD विधायक समता देवी ने भी रांची जिला प्रशासन के कोरोना नियमों का उल्लंघन कर लालू से मुलाक़ात की थी। इसके बाद उन्हें क्वारंटीन में भेज दिया गया था। हालांकि समता देवी ने कार्रवाई को भेदभाव वाला बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि दलित होने की वजह से उन्हें क्वारंटीन करके प्रताड़ित किया जा रहा है। 

बंगला बन गया लालू का हेडक्वार्टर  
दरअसल, लालू के दरबार सजने की खबरों के सामने आने के बाद विपक्ष ने जेल मैनुअल का हवाला देते लालू को दोबारा जेल में शिफ्ट करने की मांग की थी। हाईकोर्ट में भी एक याचिका दायर कर ऐसी ही मांग हुई थी। आरोप लगाया जा रहा है कि लालू को सिर्फ चुनाव की वजह से रिम्स में निदेशक के बंगले में ठहराया गया है। आरोप है कि इसे उनका हेडक्वार्टर बनाया गया है। लालू यहीं से बिहार विधानसभा की राजनीति को कंट्रोल करेंगे। हालांकि टिकट के दावेदारों और राजनीतिक मुलाकतियों की भीड़ की वजह से ये मामला मीडिया और विपक्ष के सामने आ गया। जिसके बाद जेल प्रशासन ने जिला प्रशासन को चिट्ठी लिखकर लालू की सुरक्षा के बंदोबस्त करने को कहा। 

लालू के पास जमा हुए 250 बायोडाटा 
रिम्स के बाहर बड़ी तादाद में रोजाना विधानसभा के दावेदार पहुंच रहे हैं। वो लालू से मिलकर अपना बायोडाटा देना चाहते हैं। हर कोई तो नहीं मिल पाता मगर कई लोग जुगाड़ से मुलाक़ात कर लेते हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो बिहार में आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ने के 250 से ज्यादा इच्छुक दावेदारों का बायोडाटा अब तक लालू के पास पहुंच गया है। सिर्फ दावेदार ही नहीं बल्कि महागठबंधन नेताओं के भी यहां लालू संग मीटिंग की चर्चाएं हैं। वैसे यहां आ रहे लोग पूछने पर लालू की तबियत जानने का हवाला देते हैं। 

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