कपिलदेव कामत जनता दल यूनाइटेड के कद्दावर नेताओं में से एक माने जाते थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी भी थे। परिजनों के मुताबिक मंत्री को पहले से ही किडनी की परेशानी थी। हाल में सांस की तकलीफ के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
पटना (Bihar) । बिहार सरकार के पंचायती राज मंत्री कपिलदेव कामत (Kapil Dev Kamat) का निधन हो गया है। गुरुवार देर रात में उन्होंने अंतिम सांस ली। बताया जा रहा है कि वे कोरोना से संक्रमित थे और वे करीब एक हफ्ते से पटना एम्स में भर्ती थे। बता दें कि वो मधुबनी जिला के बाबूबरही से विधायक थे। उनके स्वास्थ्य को देखते हुए ही जेडीयू ने इस बार उनकी जगह बहू मीना कामत को बाबूबरही से अपना प्रत्याशी बनाया है, जो इस बार चुनाव लड़ रही है।
यह भी थी दिक्कत, नीतीश के थे करीबी
कपिलदेव कामत जनता दल यूनाइटेड के कद्दावर नेताओं में से एक माने जाते थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी भी थे। परिजनों के मुताबिक मंत्री को पहले से ही किडनी की परेशानी थी। हाल में सांस की तकलीफ के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
सीएम ने जताया शोक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके निधन पर शोक जताया है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि स्वर्गीय कपिलदेव कामत जमीन से जुड़े राजनेता थे। वह कैबिनेट में मेरे सहयोगी थे। एक कुशल प्रशासक एवं लोकप्रिय राजनेता थे उनके और सामाजिक निधन से मुझे व्यक्तिगत रुप से दुःख पहुंचा है। उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्रों में अपूरणीय क्षति हुई है।
पिछड़ा-अति पिछड़ा कल्याण मंत्री की हुई थी मौत
बिहार के पिछड़ा-अति पिछड़ा कल्याण मंत्री विनोद कुमार सिंह का 12 अक्टूबर को निधन हो गया था। वह कटिहार के प्राणपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के विधायक थे। मंत्री पिछले काफी दिनों से बीमार चल रहे थे, जो मूल रूप से कटिहार के रहने वाले थे। कुछ ही दिन पहले उनको पत्नी समेत कोरोना हुआ था, जिसके बाद वो स्वस्थ हो गए थे। लेकिन, इसके बाद फिर उनकी तबियत बिगड़ गई थी, जिन्हें एयर एंबुलेंस की मदद से दिल्ली भेजना पड़ा था। किंतु, उपचार के दौरान मौत हो गई थी। वहीं, भाजपा ने उनकी पत्नी निशा सिंह को उनकी जगह पहले ही प्राणपुर से विधानसभा चुनाव का टिकट दिया है, जो वहां से चुनाव लड़ रही हैं।
(फाइल फोटो)