दिन में नीतीश कुमार और रात को तेजस्‍वी यादव, महेश्वर हजारी को RJD ने घेरा तो मिला ऐसा जवाब

टिकट बंटवारे और अनाउंसमेंट में देरी से छोटे-बड़े हर नेता की सांस अटकी है। ऐसे माहौल में बिहार के दोनों बड़े मोर्चों - एनडीए और महागठबंधन में संतुलन बनाने की कोशिश करते देखे जा सकते हैं।

Asianet News Hindi | Published : Sep 16, 2020 10:09 AM IST / Updated: Sep 16 2020, 08:16 PM IST

पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly elections) की हलचल तेज है। सुरक्षित राजनीतिक आशियाने की तलाश में नेताओं का इधर से उधर भटकने का दौर भी जारी है। टिकट बंटवारे और अनाउंसमेंट में देरी से छोटे-बड़े हर नेता की सांस अटकी है। ऐसे माहौल में बिहार के दोनों बड़े मोर्चों - एनडीए (NDA) और महागठबंधन (Mahagathbandhan) में संतुलन बनाने की कोशिश करते देखे जा सकते हैं। कथित तौर पर नीतीश कुमार (Nitish Kumar) कैबिनेट में मंत्री महेश्वर हजारी (Maheshwar Hazari) पर भी ऐसा ही संतुलन बनाने की कोशिश का आरोप लगा है। मगर हजारी ने इस पर भड़ास निकली है। 

अंधेरे में तेजस्वी यादव से मुलाकात 
महागठबंधन में आरजेडी (RJD) अगुआ दल है। पार्टी के प्रवक्‍ता भाई वीरेंद्र (Bhai Virendra) ने कहा, महेश्‍वर हजारी दिन में नीतीश कुमार का गुणगान करते हैं और रात में नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव (Tejaswi Yadav) से मुलाकात करने आते हैं। वीरेंद्र के इस बयान के बाद नीतीश कैबिनेट में उद्योग मंत्री महेश्वर हजारी को लेकर कयास हैं। जाहिर सी बात है कि मंत्री जी को आरजेडी का ये बयान पसंद नहीं आया होगा। 

हजारी ने क्या कहा?
महेश्वर हजारी ने कहा, कोई माई का लाल ऐसा नहीं (तेजस्वी से मुलाकात की बात) कह सकता है। इससे पहले हजारी ने चिराग पासवान (Chirag Paswan) पर तंज कसा था। उन्होंने कहा था, "कोई (चिराग पासवान) मुख्‍यमंत्री बनने का सपना नहीं देखे। बिहार में नीतीश कुमार मुख्‍यमंत्री हैं और रहेंगे।" नीतीश के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को लिखी चिट्ठी में चिराग ने काफी सवाल उठाए हैं। हजारी का बयान इसी चिट्ठी के बाद आया है। 

आरजेडी के बयान से हजारी को दिक्कत 
हालांकि आरजेडी के बयान से महेश्वर हजारी की निष्ठा पर सवाल उठ रहे हैं। भाई वीरेंद्र ने कहा, "हजारी पहले यह तय करें कि उन्हें आखिर रहना कहां है। उन्हें पहले चिराग की आग बुझाने का प्रयास करना चाहिए।" महेश्‍वर ने तो यहां तक कह दिया कि भाई वीरेंद्र खुद जेडीयू में आना चाहते थे। जेडीयू में आने वाले ऐसे 52 नेताओं की लिस्ट है। मगर नीतीश कुमार ने ऐसा होने नहीं दिया। 

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