युवाओं की नाराजगी भुनाने की कोशिश, वोटिंग से पहले नौकरी संवाद करेंगे तेजस्वी; 10 लाख नौकरियों का वादा

युवाओं को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव काफी मुखर हैं। आरजेडी ने परीक्षाओं में कथित धांधली, बेरोजगारी के मुद्दे को घोषणापत्र में सबसे ज्यादा तवज्जो दी है। 

Asianet News Hindi | Published : Oct 27, 2020 4:52 AM IST

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Polls) में युवा मतदाता काफी अहम हो गए हैं। सभी पार्टियों की कोशिश ज्यादा से ज्यादा युवाओं को अपने साथ जोड़ना है। कहा यह भी जा रहा है कि बेरोजगारी के मुद्दे पर नीतीश सरकार के प्रति युवाओं के मन में थोड़ी बहुत नाराजगी है। आरजेडी (RJD) के सीएम फेस तेजस्वी यादव और एलजेपी चीफ चिराग पासवान (LJP Chief Chirag Paswan) नीतीश के नेतृत्व पर आरोप लगा रहे हैं। 

यही वजह है कि पार्टियों ने घोषणापत्र में युवाओं के मुद्दों को प्रमुखता से जगह दी है और नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) अपनी हर रैली में खुद भी बार-बार बुजुर्गों को सलाह दे रहे हैं कि नई पीढ़ी को एनडीए (NDA) से पहले के बिहार के बारे में जानकारी दें। युवाओं को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी काफी मुखर हैं। आरजेडी ने परीक्षाओं में कथित धांधली, बेरोजगारी के मुद्दे को घोषणापत्र में सबसे ज्यादा तवज्जो दी है। 

वोटिंग से पहले तेजस्वी का नौकरी संवाद 
तमाम विभागों में रिक्त पदों का मसला उठाते हुए तेजस्वी ने बिहार में सरकार बनते ही अपनी पहली कैबिनेट में ही 10 लाख सरकारी नौकरियों के घोषणा का भी दावा किया है। आरजेडी ने यह भी कहा है कि सभी नौकरियां स्थायी होंगी। अब पहले फेज की वोटिंग से पहले बेरोजगारी के मसले पर तेजस्वी बिहार के युवाओं को आरजेडी के साथ जोड़ने की कोशिश में हैं। इसके तहत तेजस्वी युवाओं के साथ "नौकरी संवाद" करने जा रहे हैं। आरजेडी ने एक ट्वीट साझा कर बताया कि 27 अक्टूबर की शाम 7 बजे राज्य के युवाओं के साथ तेजस्वी यादव का "नौकरी संवाद" होगा। 

पीएम मोदी से ज्यादा नीतीश निशाने पर 
कुछ राजनीतिक एक्सपर्ट की ओर से बिहार में सत्ता विरोधी लहर की आशंका भी जताई जा रही है। कहा जा रहा है कि सत्ता विरोधी लहर एनडीए के खिलाफ न होकर जेडीयू और नीतीश कुमार के खिलाफ ज्यादा है। बिहार में विपक्ष के कैम्पेन में भी अब तक यह देखने को मिला है कि आलोचना के केंद्र में नीतीश कुमार ही सबसे ज्यादा हैं। तेजस्वी भी अपनी सभाओं में बिहार के स्थानीय मसलों को लेकर ज़्यादातर नीतीश कुमार पर ही आरोप लगा रहे हैं। अब नौकरी संवाद के जरिए वो युवाओं के तमाम मुद्दे उठाएंगे। युवाओं को भरोसा दिलाने के लिए तेजस्वी यह भी बता सके हैं कि कैसे वो बिहार में युवाओं के तमाम मुद्दे समेत बेरोजगारी के मसले पर काम करेंगे। 

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