तेजस्वी यादव ने अपना चुनावी अभियान शुरू कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष ने सवाल किया कि अभी तो एनडीए की ओर से नीतीश को सीएम पद का चेहरा बताया जा रहा है, लेकिन चुनाव बाद सीएम फेस कौन होगा?
पटना। नेता प्रतिपक्ष और आरजेडी (RJD) की ओर से सीएम पद के दावेदार तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) ने बड़े भाई तेजप्रताप यादव (Tejpratap Yadav) के नामांकन के साथ अपना चुनावी अभियान शुरू कर दिया है। तेजस्वी ने हाल में एनडीए की आंतरिक लड़ाई को लेकर सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर तंज़ कसा। नेता प्रतिपक्ष ने सवाल किया कि अभी तो एनडीए की ओर से नीतीश को सीएम पद का चेहरा बताया जा रहा है, लेकिन चुनाव बाद सीएम फेस कौन होगा ये बड़ा सवाल है?
एक टीवी इंटरव्यू में तेजस्वी ने कहा- "इस बार बिहार की जनता हमारे साथ है। महागठबंधन जनता के साथ मिलकर निकम्मी सरकार को गिराएगी। मुख्यमंत्री बनते ही हम सबसे पहले 10 लाख रोजगार देंगे। हम ठेठ बिहारी हैं। जो वादा किया वो करेंगे। हमारा डीएनए शुद्ध है।"
किस बात पर तेजस्वी ने साधा निशाना ?
बताते चलें कि एनडीए में नीतीश के चेहरे को लेकर विवाद देखने को मिला है। चुनाव की घोषणा होने के बाद तक एलजेपी से तनातनी चलती रही और आखिरकार नीतीश के नेतृत्व को खारिज करते हुए एलजेपी बिहार एनडीए से बाहर हो गई। हालांकि एलजेपी ने कहा कि वो सिर्फ जेडीयू के खिलाफ उम्मीदवार उतारेगी और चुनाव बाद राज्य में बीजेपी के साथ सरकार बनाएगी। एलजेपी चीफ चिराग पासवान ने तो पहले यहां तक कहा था कि इस बार एनडीए की ओर से सीएम का फेस बीजेपी का होना चाहिए।
विपक्ष के निशाने पर एनडीए का झगड़ा
इसके बाद देखने में आया कि एलजेपी ने एनडीए कोटे में जेडीयू सीटों पर बीजेपी से आए दिग्गज बागियों को भी टिकट दे दिया। एलजेपी के रुख की वजह से एनडीए में जेडीयू-बीजेपी के रिश्तों पर सवाल होने लगे। चुनाव बाद भी एनडीए के भविष्य को लेकर सवाल पूछे जा रहे हैं। बीजेपी ने बागियों को लेकर सफाई भी दी और एलजेपी के टिकट पर लड़ रहे कई नेताओं को बाहर का रास्ता भी दिखाया है। अब विपक्ष एनडीए की इसी आंतरिक संघर्ष को लेकर निशाना साध रहा है।