बिहार में कोरोना के मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है। रविवार को राज्य में कोरोना के सबसे ज्यादा 90 मरीज मिले। इसके साथ ही आज सुबह की पहली अपडेट में राज्य में 11 और मरीज मिले। राज्य में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़कर 707 हो गई है।
पटना। प्रवासी छात्रों और मजदूरों के वापस आने के साथ-साथ बिहार में कोरोना के मरीजों की संख्या भी काफी तेजी से बढ़ रही है। रविवार को राज्य में कोरोना के कुल 90 मरीज मिले, इन 90 मरीजों में से 86 प्रवासी हैं। जो बीते दिनों दूसरे राज्यों से बिहार आए थे, जहां उन्हें सरकारी स्कूलों में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटरों में रखा गया था। इसके अलावा आज सुबह से अभी तक राज्य में कोरोना के 11 नए मरीज मिल चुके हैं। इन 11 मरीजों के साथ ही राज्य में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 707 हो गई है।
नालंदा और मुंगेर में मिले 11-11 मरीज
रविवार को सहरसा और मधेपुरा में 7-7 मरीज मिले हैं। ये सभी छात्र और प्रवासी मजदूर हैं। सहरसा के सभी संक्रमित 6 मई को स्पेशल ट्रेन से महाराष्ट्र के नंदूरबार से यहां आए थे। मधेपुरा के सातों भी महाराष्ट्र के मदरसा से यहां 6 मई को आए थे। रविवार को नालंदा में 11, मुंगेर में 11, किशनगंज में 8 और अररिया में 2, भागलपुर में 9, मुजफ्फरपुर में 3, बेगूसराय में 5, नवादा में 2, दरभंगा में 2, पटना में 3, गया में 2, अरवल में 3, पूर्वी चंपारण में 4, खगड़िया में 1, भोजपुर में 1, समस्तीपुर में 1, औरंगाबाद में भी 1 मरीज मिले हैं।
अब दूसरे राज्यों से लौटे लोगों से बढ़ रहा संक्रमण
बिहार में कोरोना की शुरुआत 22 मार्च को मुंगेर से हुई थी। इसके बाद गल्फ देशों से लौटे लोगों के जरिए सीवान, नालंदा और मुंगेर सहित राज्य के अन्य जिलों में इसका संक्रमण फैला था। फिर मुंगेर के जमालपुर में जमाती चेन की शुरूआत 15 अप्रैल को हुई। जिससे 89 लोग संक्रमित हुए। लॉकडाउन तीन में मिली ढील के बाद जब राज्य में दूसरे राज्यों से प्रवासी मजदूर व छात्र-छाताओं के आने का सिलसिला शुरू हुआ है तो राज्य में कोरोना के मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है।