मामला बिहार की राजधानी पटना के बख्तियारपुर की है। जहां नया टोला माधोपुर स्थित पुलिस कमिश्नर के घर में चोरी की घटना को अंजाम दिया गया। बता दें कि पुलिस कमिश्नर के घर में केवल उनकी मां रहती है। कमिश्नर के घर में चोरी की सूचना मिलते ही पुलिस एक्टिव हुई चोरी हुए सामान के साथ चार चोरों को गिरफ्तार किया है।
पटना। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए प्रधानमंत्री ने दस दिन पहले लॉकडाउन की घोषणा की थी। तब से लेकर आजतक बिहार पुलिस सड़कों पर घूम-घूमकर लॉकडाउन का अनुपालन कराने के लिए लोगों पर डंडे बरसा अपनी बहादुरी का परिचय दे रही है। लॉकडाउन के दौरान पुलिस की गाड़ियां सड़कों पर सुबह से देर रात तक घूमती रहती है और इसके सवार अधिकारी व जवान बेवजह घर से बाहर दिखने वालों का चालान काट रहे हैं। लेकिन इनकी सारी मुस्तैदी की पोल तब खुल गई जब चोरों ने पुलिस कमिश्नर के घर का ही ताला तोड़ दिया और सामान लेकर चंपत हो गए।
बख्तियारपुर के नया टोला माधोपुर स्थित घर में चोरी
उच्चकों ने चोरी की वारदात को मंगलवार की रात को अंजाम दिया। चोरों ने नवी मुंबई के पुलिस कमिश्नर संजय कुमार के बख्तियारपुर प्रखंड के नया टोला माधोपुर स्थित घर में चोरी की घटना को अंजाम दिया। पुलिस के मुताबिक पुलिस कमिश्नर के घर में केवल उनकी बुढ़ी मां रहती हैं। जिन्हें चोरी की घटना की जानकारी अगले दिन मिली। जिसके बाद उन्होंने अपने बेटे और पुलिस को मामले की सूचना दी।
आरोपी सोनू की निशानदेही पर अन्य चोर गिरफ्तार
मामले में थानाध्यक्ष ने बताया कि बुधवार की सुबह ग्रामीणों ने पुलिस कमिश्नर के घर चोरी की सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई और माधोपुर में चोरों के संभावित ठिकाने पर छापेमारी की। इसमें सोनू कुमार को गिरफ्तार किया गया। सोनू की निशानदेही पर पुलिस ने तीन अन्य आरोपियों चंदन कुमार, अंकित और आकाश कुमार को गिरफ्तार किया। पुलिस ने चोरों आरोपियों के पास से चोरी का सामान बरामद कर लिया है। वहीं चोरों ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है।
खगड़िया एसपी के घर भी हो चुकी है चोरी
बिहार में चोरों का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि यहां कानून के रखवालों के घर भी सुरक्षित नहीं है। पुलिस कमिशन के घर चोरी से पहले उच्चकों ने इसी साल खगड़िया एसपी मीनू कुमारी के पूर्णिया के सिपाही टोला स्थित घर में चोरी की घटना को अंजाम दिया था। इसमें चोरों ने उनके घर जमकर उत्पात मचाया था और लाखों के सामान की चोरी कर ली थी। एसपी और फिर पुलिस कमिश्नर के घर चोरी की घटना से सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि बिहार में आम-आवाम का घर कितना सुरक्षित है।