बिहार में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों का आंकड़ा शुक्रवार को और अधिक बढ़ गया। यहां अब तक 67 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात ये हैं कि सरकारी आंकड़ों में अभी भी मौतों की संख्या 34 ही है, वजह ये है कि अभी तक सिर्फ 34 का ही पोस्टमार्टम हुआ है।
छपरा(Bihar). बिहार में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों का आंकड़ा शुक्रवार को और अधिक बढ़ गया। यहां अब तक 67 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात ये हैं कि सरकारी आंकड़ों में अभी भी मौतों की संख्या 34 ही है, वजह ये है कि अभी तक सिर्फ 34 का ही पोस्टमार्टम हुआ है। इन सब के बीच जहां सीएम के बयान ने बिहार में राजनीतिक भूचाल ला दिया है वहीं विपक्ष इस मुद्दे पर जरा भी चूक करने के मूड में नहीं है। विपक्ष पूरी ताकत से सरकार पर हमलावर हो गया है।
बिहार में शराबबंदी के बावजूद भी शराब तस्करी जारी है। शायद इसका पता भी नहीं चलता यदि जहरीली शराब से 67 लोगों की मौत न होती। हांलाकि मौतों के आंकड़ों में भी पूरी तरह से खेल जारी है। प्रशासन द्वारा इसे छुपाने का किस प्रकार खेल खेला जा रहा है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अब तक 67 लोगों की मौत हो चुकी है लेकिन पोस्टमार्टम सिर्फ 34 लोगों का कराया गया है। कुछ ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन द्वारा स्थानीय लोगों से कहा जा रहा है कि अगर शराब से मौत की जानकारी हुई तो आप पर मुकदमा भी दर्ज होगा। इस डर से लोगों द्वारा शव का दाह संस्कार बिना पोस्टमार्टम कराए ही अपने स्तर से कर दिया जा रहा है। अब तक मात्र 34 लोगों के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है।
जहरीली शराब बनाने में हुआ था स्प्रिट का इस्तेमाल
सारण जिले में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के मामले में कई खुलासे भी हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि जहरीली शराब को बनाने के लिए स्प्रिट का इस्तेमाल किए जाने की आशंका है। हालांकि अभी इसकी जांच जारी है। गौरतलब है कि बुधवार को जहरीली शराब पीने से सबसे ज्यादा मसरख के 10 लोगों की मौत हुई थी। उसके बाद से लगातार बीमार पड़ रहे लोगों ने आंखों की रोशनी कम होने की भी शिकायत की थी। यहीं से शुरू हुआ मौतों का सिलसिला अब थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। बताया जा रहा है कि अब तक 67 लोगों की मौत हो चुकी है, मरने वालों की संख्या अभी और भी बढ़ सकती है।
जो शराब पीयेगा वो तो मरेगा ही, कोई नई बात नहीं है : नीतीश कुमार
बिहार के छपरा जिले में जहरीली शराब से अब तक हुई 67 मौतों के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बयान काफी चर्चा में है। सीएम ने इस मामले में गुरुवार को जो बयान दिया, वह लोगों के गले नहीं उतरा। उन्होंने विधानसभा के बाहर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जो शराब पीयेगा, वो मरेगा ही। बिहार में जहरीली शराब से मौत कोई नई बात नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने यह भी कहा कि देशभर में लोग जहरीली शराब से मरते हैं। विपक्ष शराब के मुद्दे पर केवल राजनीति कर रहा है। जब बिहार में शराबबंदी नहीं थी, तब भी अन्य राज्यों में लोगों की मौत होती थी। लोगों को खुद सतर्क रहना चाहिए। चूंकि यहां शराबबंदी है तो कुछ न कुछ नकली बिकेगा, जिससे जान जाएगी। शराब खराब है और इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
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