बिहार में विधानसभा चुनाव 2020 में होना है। लेकिन अभी पोस्टर वार शुरू हो चुका है। मंगलवार को नीतीश कुमार के लापता होने के पोस्टर लगने के बाद एक दिन बाद पटना में जदयू की ओर एक पोस्टर लगाया गया है। जिसमें लालू-राबड़ी शासनकाल की तुलना गिद्ध से की गई है।
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में अभी काफी समय बाकी है। लेकिन राजधानी पटना में पोस्टर वार की शुरुआत हो गई है। पहले नीतीश कुमार के गायब होने का पोस्टर लगाया गया था। अब जदयू की ओर से भय बनाम भरोसे का पोस्टर लगाते हुए लालू-राबड़ी के शासन की तुलना गिद्ध से की गई है। पटना स्थित जदयू कार्यालय के बाहर एक बड़ा पोस्टर लगाया गया है। जिसमें नीतीश कुमार के शासन के 15 वर्ष की तुलना पहले के 15 वर्षों के शासन काल से की गई है। इस पोस्टर में एक तरफ नीतीश कुमार के मंद मुस्कान वाली तस्वीर लगाई गई है। जबकि दूसरी ओर बिना किसी नेता के तस्वीर के नीतीश शासन से पहले के 15 वर्षों के शासन काल की तुलना की गई है।
एक तरफ गिद्ध तो दूसरी तरफ कबुतर
नीतीश के शासन की तुलना कबुतर से की गई है। पोस्टर के एक तरह नीतीश की तस्वीर के साथ बिहार की बदलती छवि को दिखाया गया है। जिसमें हाई वे, साइकिल से स्कूल जाती छात्राएं, नल जल योजना की परिचायक पानी देते नल की तस्वीर के साथ जलते हुए बिजली बल्ब और बिजली के बड़े-बड़े पिलरों की तस्वीर है। वहीं दूसरी ओर गिद्ध की तस्वीर के साथ टूटे हुए सड़क पर साइकिल से गिरते युवक, पलटी मारती ट्रक की तस्वीर दी गई है। कैप्शन में 15 साल बनाम 15 साल लिखते हुए एक तरफ भय तो दूसरी ओर भरोसा दिखाया गया है।
कितना भी पोस्टर वार करें जदूय, हारना तयः राजद प्रवक्ता
बताते चले कि नीतीश कुमार इस समय लगातार अपने तीसरे टर्म में हैं। उनसे पहले बिहार में लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी 15 वर्षों तक सत्ता में थीं। पोस्टर में लालू और राबड़ी के शासन काल की तुलना गिद्ध और भय से की गई है। जदयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि आरजेडी का 15 साल का शासन लूट और भ्रष्टाचार का था। इस लिए हमने इस शासन की तुलना गिद्ध से की है। कहा जाता है कि जिस घर पर गिद्ध बैठ जाए वहां तरक्की नहीं हो सकती। दूसरी ओर आरजेडी प्रवक्ता भाई बीरेंद्र ने कहा कि जदयू कितना भी पोस्टर वार कर लें, इस बार नीतीश कुमार का हारना तय है।