बिहार में शराबबंदी कानून को लागू कराने का जिम्मा जिस पुलिस विभाग पर है, उसी के अधिकारी शराब पीते पकड़े गए है। मामला राजधानी पटना का है।
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबंबदी को अपना सबसे और कामयाब फैसला बताते हैं। लेकिन विपक्षी दल हमेशा से यह कहते आ रहे हैं कि बिहार में शराब की होम डिलवरी होती है। शराबबंदी के बावजूद कई जिलों से शराब पीकर हंगामा करते लोग प्रायः गिरफ्तार होते है। सरकारी कर्मचारी के साथ-साथ जिस पुलिस विभाग पर शरारबंदी कानून के दोषियों पर नकेल कसने का जिम्मा है, वो भी शराब की पार्टी करते पकड़े जा रहे है। हालिया मामला बिहार की राजधानी पटना की है। जहां थाने से चंद कदम दूर पुलिस के जवान शराब पार्टी करते पकड़े गए है। शराब का सेवन करते पकड़े गए पुलिस जवानों में एक एएसआई भी शामिल है।
शास्त्रीनगर थाने के एएसआई गिरफ्तार
नियम तोड़कर शराब पीने वाले गिरफ्तार हुए जवान की पहचान शास्त्रीनगर थाने के एएसआई लालू यादव के रूप में हुई है। लालू अपने समधी नागेंद्र यादव और शास्त्रीनगर थाने की क्विक मोबाइल टीम में तैनात अपने एक अन्य साथी के साथ शराब का सेवन करते पकड़े गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार लालू के घर उनके समधी पहुंचे थे। लालू के परिवार ने अपने अतिथि का खूब अच्छे से सत्कार किया। उसके बाद एएसआई लालू यादव, उनके समधी और शास्त्रीनगर थाने का एक अन्य जवान शराब पीने बैठ गया। इसी बीच किसी ने इस शराब पार्टी की सूचना पुलिस को दे दी।
एसएसपी बोले- दोषियों पर होगी कार्रवाई
सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीनों को रंगेहाथ पकड़ लिया। जिसके बाद तीनों की मेडिकल टेस्ट और ब्रेथ एनलाइजर से जांच कराई गई। जिसमें पुष्टि के बाद तीनों को जेल भेज दिया गया। मामले में पटना के एसएपी उपेंद्र शर्मा ने कहा कि कानून अपना काम करेगा। दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि शराबपार्टी के समय जब तीनों को गिरफ्तार किया जा रहा था तब उन्होंने परिचय देते हुए खुद को गिरफ्तार नहीं करने का धौंस भी दिखाया। लेकिन पुलिस ने उन तीनों को गिरफ्तार कर लिया।