बिहारी बाबू पर आया ऑस्ट्रेलिया की विक्टोरिया का दिल, लव स्टोरी ऐसी कि सात समंदर पार आकर रचा ली शादी

कॉलेज में विक्टोरिया को जयप्रकाश इतना पसंद आया कि दोनों ने शादी का फैसला किया। जयप्रकाश की बतौर एमएस सिविल इंजीनियर ऑस्ट्रेलिया में जॉब लग गई और विक्टोरिया भी वहीं टीचर बन गई। जिसके बाद दोनों ने अपनी-अपनी फैमिली के सामने अपनी पसंद रखी और सभी राजी हो गए।

Asianet News Hindi | Published : Apr 22, 2022 5:32 AM IST

बक्सर (बिहार) : प्यार में दूरियां कहां होती हैं, ये तो सात समंदर पार भी दिल के बेहद करीब होता है। कुछ ऐसी ही लव स्टोरी है बिहार (Bihar) के रहने वाले जयप्रकाश और ऑस्ट्रेलिया की रहने वाली विक्टोरिया की। ऑस्ट्रेलिया लड़की का दिल इस बिहारी बाबू पर आ गया। फिर क्या था वह फैमिली के साथ यहां पहुंच गई और धूमधाम से दोनों सात जन्मों के बंधन में बंध गए। जयप्रकाश बक्सर (Buxar) के इटाढ़ी प्रखंड में आने वाले कुकुढा गांव के रहने वाले हैं। दोनों की शादी 20 अप्रैल को हिंदू रीति रिवाज के साथ हुई। इस शादी में पूरा गांव शरीक हुआ और खूब लुत्फ उठाया।

देसी छोरे की विदेशी छोरी से शादी
जयप्रकाश यादव कुकुढा पंचायत के पूर्व मुखिया नंदलाल सिंह यादव के बड़े बेटे हैं। उनकी पढ़ाई ऑस्ट्रेलिया (Australia) में ही हुई और फिर वहीं जॉब करने लगे। जयप्रकाश ने 2019 से 2021 के दौरान ऑस्ट्रेलिया में ही थे। पढ़ाई के दौरान उनकी मुलाकात मेलबर्न के जीलॉन्ग की रहने वाली विक्टोरिया से हुई। दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई और दोनों ने शादी का फैसला किया। विक्टोरिया अपने पिता स्टीवन टॉकेट और मां अमेंडा टॉकेट के साथ जयप्रकाश के गांव पहुंची और यह कपल हमेशा के लिए एक-दूसरे के हो गए।

जीलॉन्ग में टीचर है विक्टोरिया
विक्टोरिया जीलॉन्ग शहर में ही टीचर हैं। वह पांच भाई और दो बहनों में सबसे छोटी है। विक्टोरिया के माता-पिता भारतीय कल्चर से बेटी की शादी कर काफी खुश हैं। बेटी के हाथों में मेंहदी और भारतीय दुल्हन की ड्रेस में बेटी को देख वे काफी खुश हैं। उन्होंने हिंदू-रीति रिवाज के हर रस्म को निभाया। बेटी का कन्यादान किया और बेटी और दामाद को सदा खुश रहने का आशीर्वाद दिया।

शादी में पहुंचे सभी रिश्तेदार
वहीं, दूल्हे की तरफ से इस शादी में पूरा गांव और रिश्तेदार जुटे। सभी मस्ती में नाचते-झूमते दिखाई दिए। हर कोई इस शादी को लेकर काफी उत्साहित दिखाई दिया। ऑस्ट्रेलियाई बहू पाकर पूरा का पूरा परिवार खुशी से फूला नहीं समां रहा है। दूल्हे के पिता नंदलाल ने बताया कि बेटे ने जब उन्हें अपने पसंद के बारे में बताया तो वे ना नहीं कह पाए। फिर उन्होंने विस्टोरिया के माता-पिता से बात की और वे भी हिंदू-रीति रिवाज से शादी को तैयार हो गए। शादी के बाद उनके घर बधाईयों का तांता लगा हुआ है। हर कोई विदेशी दुल्हन देखने पहुंच रहा है।

इसे भी पढ़ें-मौत के खौफ के बीच भारत आई विदेशी दुल्हन, पहले होगी जांच फिर इंडियन छोरे के साथ लेगी सात फेरे

इसे भी पढ़ें-बिहारी छोरे पर आया फ्रांस की गोरी का दिल, सात समंदर पार आकर रचाया ब्याह, दिल्ली में हुई दोस्ती, फोन पर प्यार

Share this article
click me!