ना तो स्टूडेंट और ना ही टीचर, ये हैं बिहार के कर्मचारी..आग लगने के 78 दिन बाद सुखा रहे फाइलें

दो महीने 18 दिन पहले 20 अक्टूबर को ग्रामीण विकास विभाग के आफिस में इतनी भयानक आग लगी थी, जिसे बुझाने के लिए 48 घंटे तक दमकल की दर्जनों गाड़ियां लगी रही थीं। इस आग में विभाग की सैकड़ों फाइलें जलकर राख हो गईं। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 2, 2021 12:16 PM IST

पटना. तस्वीर में देख आपको लग रहा होगा कि यह कोई स्टूडेंट है या फिर टीचर जो धूप में किताबों के साथ बैठा हुआ है। लेकिन ऐसा कुछ नहीं है, दरअसल यह बिहार सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के कर्मचारी हैं जो अपनी गीली फाइलों को सुखाने के लिए बैठे हुए हैं। 78  दिन पहले दफ्तर में भीषण आग लग गई थी, जिसके बुझाने के लिए पानी की बौछार की गई थी, जिसमें यह फाइलें भीग गईं।

इतनी भीषण आग कि 48 घंटे तक बुझाती रहीं गाड़ियां
दो महीने 18 दिन पहले 20 अक्टूबर को ग्रामीण विकास विभाग के आफिस में इतनी भयानक आग लगी थी, जिसे बुझाने के लिए 48 घंटे तक दमकल की दर्जनों गाड़ियां लगी रही थीं। इस आग में विभाग की सैकड़ों फाइलें जलकर राख हो गईं। वहीं आग को बुझाने में पानी की बैछार में यह फाइलें भीग गईं।

2 महीने से कपड़ों की तरह सूख रहीं फाइलें
ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी अपनी भीगी फाइलों को सुखाने के लिए 2 महीनों से कर्मचारियों की रोजाना डयूटी लगाता है। जहां वे सैंकड़ों की संख्या में सचिवालय के मैदान में फाइलों को कपड़ो की तरह फैला-फैलाकर बैठ जाते हैं। यहीं पर चपरासी उनको चाय लेकर आता है। साथ ही जो भी मिलने के लिए आता वह भी मैदान में आकर यहीं बैठता है। बीच-बीच में यह कर्मचारी फाइलों को पलटते रहते हैं।

कंप्यूटर फाइल और हार्ड डिक्स सब खाक
इस आग में करीब 6 से ज्यादा कमरों में रखा सामान पूरी तरह जल गया था। आग इतनी भयानक थी कि प्रधान सचिव के सेल में रखी कंप्यूटर फाइल और हार्ड डिक्स जलकर खाक हो गया था।  यह आग कैसे लगी दो महीने होने के बाद भी अभी कोई पता नहीं चल पाया है।
 

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