लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासियों को श्रमिक स्पेशल ट्रेन से बिहार लाया जा रहा है। बिहार लाने के बाद प्रवासियों को 14 दिनों तक के लिए क्वारेंटाइन सेंटर पर रखने के बाद घर भेजा जा रहा है। अब प्रवासियों को घर भेजे जाते समय बिहार सरकार की ओर से कंडोम दिया जाएगा।
पटना। बिहार में परिवार नियोजन कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक नई पहल की शुरुआत की है। कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच दूसरे राज्यों से आए बिहारी प्रवासियों को क्वारेंटाइन अवधि पूरा करने के बाद घर भेजे जाते समय कंडोम दिया जाएगा। बता दें कि कोरोना संक्रमण पर लगाम के उद्देश्य से बिहार में दूसरे राज्यों से लौटे प्रवासियों को सरकार 14 दिनों तक क्वारेंटाइन सेंटर में रख रही है। 14 दिनों की क्वारेंटाइन अवधि पूरा करने के बाद स्वास्थ्य जांच में फिट मिले प्रवासियों को घर भेजा जाता है। स्वास्थ्य विभाग की नई पहल के अनुसार जब प्रवासियों को घर भेजा जाएगा, तब उन्हें परिवार नियोजन के तरीकों के बारे में बताया जाएगा। साथ ही प्रवासियों को कंडोम भी दिया जाएगा।
गोपालगंज जिले से की अभियान की शुरुआत
इस पहल की शुरुआत राज्य के गोपालगंज जिले से की गई है। गोपालगंज के डीएम धीरज कुमार ने बताया कि 14 दिनों की क्वारेंटाइन अवधि पूरा कर चुके प्रवासियों के बीच परिवार नियोजन के लिए जरूरी अस्थायी साधन जैसे कंडोम का वितरण किया जाएगा। कंडोम सिर्फ उन्हीं लोगों को मिलेगा जिन्होंने नियमानुसार 14 दिनों का क्वारेंटाइन टाइमिंग पूरा किया हो। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार केयर इंडिया के परिवार नियोजन समन्वयक अमित कुमार ने बताया कि डोर टू डोर हेल्थ चेकअप के दौरान पोलियो अभियान के सुपरवाइजर के माध्यम से भी प्रवासियों को परिवार नियोजन के बारे में जानकारी दी जाएगी।
अभियान की सफलता के लिए दी गई ट्रेनिंग
मिली जानकारी के अनुसार इस पहल को सफल बनाने के लिए पोलियो अभियान के सुपरवाइजरों को ट्रेनिंग भी दी जा रही है। साथ ही प्रवासियों के बीच वितरित करने के लिए कंडोम बॉक्स भी वितरण किया गया है। उल्लेखनीय हो कि लॉकडाउन में मिली ढील के बाद बिहार में बड़ी संख्या में प्रवासी दूसरे राज्यों से लौटे हैं। बिहार में परिवार नियोजन के लिए स्वास्थय विभाग पहले से भी कई तरीके के कार्यक्रमों को चला रही है। इसके लिए कई बार परिवार नियोजन सप्ताह चलाया गया है।