पूरी दुनिया में खतरे की घंटी बजा चुके खतरनाक कोरोनावायरस की एक संदिग्ध मरीज बिहार के छपरा जिले में मिली है। फिलहाल लड़की का इलाज खास इंतजाम के साथ पटना के पीएमसीएच में चल रहा है।
छपरा। खतरनाक कोरोनावायरस की एक संदिग्ध मरीज बिहार के छपरा जिले में मिली है। छपरा की एकता कुमारी नामक लड़की जो चीन में पढ़ाई कर रही थी, उसे कोरोनावायरल से पीड़ित होने की संभावना जताई जा रही है। एकता को छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां से प्राथमिक इलाज के बाद उसे पीएमसीएच रेफर किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार एकता चीन में न्यूरो साइंस की पढ़ाई कर रही थी। वो 22 जनवरी को बिहार वापस आई थी।
घर आने के बाद हुआ था बुखार
घर आने के बाद उसे बुखार हो गया था। जिसके बाद उसे परिजनों ने सदर अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां कोरोनावायरस के लक्षण दिखने पर डॉक्टरों ने पीएमसीएच रेफर कर दिया। पीएमसीएच में उसका इलाज चल रहा है। हालांकि एकता ने कहा है कि मुझे कुछ नहीं हुआ है। कोलकाता एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने मुझे बाहर आने दिया। पीएमसीएच के डॉक्टर विमल कारक ने बताया कि छात्रा के इलाज के लिए खास व्यवस्था की गई है। कोरोनावायरस के मरीज के इलाज के लिए पीएमसीएच हाई अलर्ट पर है।
पुणे भेजा जाएगा ब्लड सैंपल
डॉक्टर ने बताया कि मरीज का ब्लड सैंपल लेने के लिए माइक्रोबायोलॉजी विभाग को अलर्ट किया गया है। सैंपल कलेक्ट करने के बाद उसे जांच के लिए पुणे स्थित एनआईवी (नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी) भेजा जाएगा। वहां से रिपोर्ट आने पर ही कन्फर्म किया जा सकेगा कि छात्रा कोरोनावायरस से संक्रमित है या नहीं। बताते चले कि चीन में इस बीमारी से अबतक 80 लोगों की मौत हो चुकी है। उत्तरी अमेरिका में भी इसके 5 मरीज मिले है। इस बीमारी को देखते हुए डब्ल्यूएचओ ने मेडिकल अलर्ट जारी कर दिया है।
ये हैं कोरोना वायरस के लक्षण
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस सी-फूड से जुड़ा है। इससे सामान्य जुकाम से लेकर सांस की गंभीर समस्या उत्पन्न होती है। इससे ग्रसित मरीजों में जुकाम, खांसी, गले में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, बुखार जैसे शुरुआती लक्षण दिखते हैं। जो बाद में न्यूमोनिया में बदल जाता है। जिसके बाद किडनी और फेफड़े को यह बीमारी खराब करती है। अभी इससे समुचित बचाव के लिए दवा नहीं है। ऐसे में कई लोगों की जान अबतक कोरोनावायरस के कारण जा चुकी है।