यादव समाज का कहना है कि 1962 के युद्ध में कुल 114 सैनिक शहीद हुए थे, जिनमें से 112 यादव थे। इन सैनिकों ने चीन के सैंकड़ों सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया था। इसलिए सम्मान स्वरूप अहीर रेजिमेंट बनाई जानी चाहिए। वहीं, मोदी सरकार पहले ही साफ कर चुकी है कि जातियों के नाम पर अब कोई नई रेजिमेंट नहीं बनाई जाएगी।
पटना (Bihar)। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट बनाने की मांग जोर पकड़ने लगी है। आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेटी व सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के पौत्र, पूर्व सांसद अक्षय प्रताप सिंह की पत्नी राज लक्ष्मी से लेकर फिल्म अभिनेता राजपाल यादव तक ने अहीर रेजिमेंट के समर्थन में आवाज बुलंद की है। स्थिति यह है कि देखते ही देखते सोशल मीडिया पर 'अहीर रेजिमेंट हक है हमारा' नारा ट्रेंड करने लगा है। बता दें कि संसद में एक सवाल के जवाब में केंद्रीय राज्य मंत्री श्रीपाद नाईक के बताया था कि सरकार की नीति किसी विशेष वर्ग, समुदाय, धर्म या क्षेत्र के लिए कोई नई रेजिमेंट गठित करने के नहीं रही है।
इसलिए की जा रही मांग
यादव समाज का कहना है कि 1962 के युद्ध में कुल 114 सैनिक शहीद हुए थे, जिनमें से 112 यादव थे। इन सैनिकों ने चीन के सैंकड़ों सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया था। इसलिए सम्मान स्वरूप अहीर रेजिमेंट बनाई जानी चाहिए। वहीं, मोदी सरकार पहले ही साफ कर चुकी है कि जातियों के नाम पर अब कोई नई रेजिमेंट नहीं बनाई जाएगी।
लालू की बेटी ने कही ये बातें
लालू यादव की बेटी राज लक्ष्मी ने ट्वीट कर लिखा है कि 'अहीर रेजिमेंट की बात जातिवाद है ही नहीं। अहीर रेजिमेंट के अलावा भी कई जातीय रेजिमेंट हैं। ऐसे में अहीर रेजिमेंट जातिवाद कैसे? सरकार को चाहिए कि वो या तो अहीर रेजिमेंट दे या फिर सारे जातीय रेजिमेंट भंग करे।
अखिलेश यादव ने भी कही थी ये बातें
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव के दौरान कहा था कि अगर उनकी सरकार बनती है तो वे अहीर रेजिमेंट का गठन करेंगे। अखिलेश के वादे को सपा के कोर यादव वोट बैंक को साधने की कोशिश के तहत देखा गया है, जो लंबे समय से सेना में अहीर रेजिमेंट बनाने की मांग कर रहा हैं। ऐसे ही अब बिहार विधानसभा चुनाव से ऐन पहले अहीर रेजिमेंट की मांग को लालू यादव की बेटी ने उठाकर सियासत को गर्मा दिया है।
फिल्म अभिनेता राजपाल यादव का वीडियो वायरल
फिल्म अभिनेता राजपाल यादव का वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है, जिसमें वह अहीर रेजिमेंट की वकालत करते नजर आ रहे हैं। राजपाल यादव वीडियो में कह रहे हैं कि 114 लोगों ने अपने देश के लिए दूसरों से लोहा लिया। अपनी जान गंवाई, उनके सम्मान के लिए रेजिमेंट बनाई जानी चाहिए यदि ऐसा लगता है कि अहीर रेजिमेंट में प्रॉब्लम है, तो जितनी भी रेजिमेंट हैं उन सभी को खत्म करो और खाली भारतीय सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय वायुसेना ही रहने दो।
भारतीय सेना में 23 रेजिमेंट
सेना में जातिवार रेजिमेंट्स का गठन 1857 की क्रांति के बाद हुआ था। सेना में रेजिमेंट की बात करें तो मौजूदा समय में सेना में 23 रेजिमेंट हैं जिनमें से कुछ जातियों और इलाकों के नाम पर हैं। इनमें राजपूत रेजिमेंट, जाट रेजिमेंट, सिख रेजिमेंट, पंजाब रेजिमेंट, बिहार रेजिमेंट, असम रेजिमेंट, गोरखा रेजिमेंट और डोगरा रेजिमेंट शामिल हैं। हालांकि आजादी के बाद सरकार ने जाति आधारित रेजिमेंट्स को न जोड़ने का फैसला किया था। 1947 के बाद से अब तक इस नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है.