अपने चहेते IPS की सिफारिश करने के लिए एक युवक फोन पर पटना हाईकोर्ट का जज बन गया, और सूबे के DGP पर रौब ग़ालिब करने लगा। लेकिन DGP ने थोड़ी देर बात करने के बाद भांप लिया कि ये कोई जालसाज है
पटना(Bihar). अपने चहेते IPS की सिफारिश करने के लिए एक युवक फोन पर पटना हाईकोर्ट का जज बन गया, और सूबे के DGP पर रौब ग़ालिब करने लगा। लेकिन DGP ने थोड़ी देर बात करने के बाद भांप लिया कि ये कोई जालसाज है। उन्होंने तुरंत नंबर ट्रेस करवाया और फोन करने वाले युवक को पुलिस ने धर दबोचा गया। पुलिस की पूछताछ में युवक ने चौंकाने वाले खुलासे किये हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक अवैध शराब के मामले में आरोपी एक आईपीएस अधिकारी को बचाने के लिए उनके एक साथी अभिषेक अग्रवाल ने बड़ी प्लानिंग की। उसने सूबे के डीजीपी को फोन किया और खुद को पटना हाईकोर्ट का जज बताया। उसने डीजीपी से अपने चहेते आईपीएस को अवैध शराब मामले में बचाने की पैरवी की। लेकिन खुद को पटना हाईकोर्ट का जज बताने वाले इस शख्स ने जब डीजीपी से रौब ग़ालिब किया तो डीजीपी को उस पर शक हुआ। जिसके बाद डीजीपी के निर्देश पर उसके द्वारा जिस नंबर से काल की गई थी उसे ट्रेस किया गया तो सारा मामला सामने आ गया।
पुलिस ने कुछ घंटे में ही किया गिरफ्तार
आईपीएस अधिकारी की सिफारिश के लिए डीजीपी को फोन करने वाले फर्जी जज को पुलिस ने कुछ घंटे में ही गिरफ्तार कर लिया है। उसकी पहचान अभिषेक अग्रवाल के रूप में हुई है। पुलिसिया पूछताछ में उसने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है। आरोपी अभिषेक के साथ तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। जांच में सामने आया है कि अभिषेक का कई बड़े अधिकारियों के साथ उठना बैठना था। समाज में रौब जमाने के लिए वह अक्सर अधिकारियों व नेताओं के साथ फोटो खिंचवाकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर करता था। उसने दो आईपीएस अधिकारियों को भी इसी तरह ठगी का शिकार बनाया था। यहां तक कि कई बार वह गृहमंत्री का पीएस बनकर भी अफसरों को फोन कर चुका है।