डीएसपी सचिवालय राजेश प्रभाकर ने कहा है कि केस दर्ज कर सचिवालय पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि लिस्ट किस प्रिटिंग प्रेस से और किसने छपवाया है। पता चलने पर शातिर को पुलिस खोज निकालेगी। आरोपितों तक पहुंचने के लिए अन्य माध्यम भी अपनाए जाएंगे।
पटना (Bihar)। बिहार विधानसभा सचिवालय द्वारा कार्यालय परिचारी सहित ग्रुप डी के विभिन्न पदों पर चल रही नियुक्ति प्रक्रिया के बीच फर्जी रिजल्ट जारी किए जाने का मामला सामने आया है। इसकी लिस्ट विधानसभा गेट नंबर 6 पर चस्पा कर दी गई। जिसके बाद सचिवालय में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही विधानसभा सचिवालय ने इसे गंभीरता से लिया और अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई।
यह है पूरा मामला
वर्ष 2018-19 में चतुर्थ श्रेणी के विभिन्न पदों पर बहाली के लिए परीक्षा आयोजित कराई गई थी। इसी का फर्जी रिजल्ट प्रकाशित कर अभ्यर्थियों से ठगी की कोशिश की गई। लिस्ट ठगों की ओर से विधान सभा के गेट नंबर छह पर चस्पाया गया था। मंगलवार को इस लिस्ट पर जब लोगों की नजर पर पड़ी तो वहां लोग इकट्ठा होने लगे। वहां मौजूद गार्ड की भी नजर जब लिस्ट पर पड़ी तो वे अंदर जाकर प्रशासनिक अधिकारियों को भी इस बारे में बताए।
केस दर्ज कराने के बाद जांच शुरू
लिस्ट देखने वाले कई ऐसे भी अभ्यर्थी थे, जो परीक्षा में शामिल थे। वहीं, मामला प्रशासनिक अधिकारियों के संज्ञान में आया तो उनकी ओर से सचिवालय थाने की पुलिस में केस दर्ज कर कार्रवाई करने का आदेश दिया गया। डीएसपी सचिवालय राजेश प्रभाकर ने कहा है कि केस दर्ज कर सचिवालय पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि लिस्ट किस प्रिटिंग प्रेस से और किसने छपवाया है। पता चलने पर शातिर को पुलिस खोज निकालेगी। आरोपितों तक पहुंचने के लिए अन्य माध्यम भी अपनाए जाएंगे।