शहर के 70 फीसदी एटीएम बंद, पैसे के लिए चक्कर काट रहे लोग, जानें क्या है माजरा

बैंक अकाउंट से पैसा निकालने के लिए अब लोग चेकबुक अथवा ब्रांच में जाकर लाइन में कम ही खड़े होते हैं। ज्यादातर लोग एटीएम से निकासी करते है। लेकिन जब किसी शहर के 70 फीसद एटीएम पैसा नहीं दे पा रहा हो तो लोगों की समस्या बढ़ जाती है। 

Asianet News Hindi | Published : Dec 28, 2019 8:15 AM IST

मुजफ्फरपुर। उत्तर बिहार की राजधानी के रूप में मशहूर मुजफ्फरपुर में इन दिनों एटीएम से पैसा निकालने के लिए लोगों को चक्कर काटना पड़ रहा है। चार-पांच एटीएम घुमने के बाद भी लोग निकासी नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में लोगों की परेशानी बढ़ गई है। बीते दिनों शहर के कच्ची-पक्की में सीएमएस के कस्टोडियन से 24 लाख लूट के बाद शहर के ज्यादातर एटीएम की सेहत बिगड़ गई है।  शहर की 70 फीसदी एटीएम में कैश नहीं है। लूट मामले में पुलिस ने सीएमएस के गार्ड, ड्राइवर हिरासत में लिया था, जिस कारण बाकी गार्ड ने कैश लोडिंग का काम बंद कर दिया है। 

485 एटीएम में कैश डालती है सीएमएस
बीच में 25 दिसंबर को क्रिसमस की छुट्टी थी। उसके बाद दो दिनों तक गार्ड द्वारा कैश लोडिंग नहीं होने से ज्यादातर एटीएम बिना कैश के हैं। सीएमएस के अधिकारी ने बताया कि मुजफ्फरपुर में एसबीआई, बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई, एचडीएफसी, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, एक्सिस बैंक समेत कई अन्य बैंकों की 485 एटीएम में कैश लोडिंग की जवाबदेही सीएमएस के पास है। 24 को लूट की घटना की वजह से कैश लोड नहीं हुआ। 25 को छुट्टी थी। 26-27 को हिरासत में लिए गए कर्मियों के विरोध में कैश लोडिंग का काम नहीं हुआ। ऐसे में ज्यादातर एटीएम बंद पड़े हैं। 

आज-कल की बंदी के और बिगड़ेगे हालात
आज महीने का आखिरी शनिवार है। कल रविवार है। दोनों ही दिन बैंक बंद रहेंगे। ऐसे में इस सप्ताह में कैश लोडिंग का काम होने की उम्मीद नहीं है। मिठनपुरा चौक, मोतीझील, स्टेशन रोड, कल्याणी, अघोरिया बाजार, पानीटंकी चौक, कलमबाग, चक्कर चौक, गोबरसही, ब्रह्मपुरा, जीरोमाइल, लक्ष्मी चौक समेत पूरे शहर में लोग पैसा निकालने के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं। दूसरी ओर लूटकांड मे हिरासत में रखे कैश वैन चालक, गार्ड और कैश कस्टोडियन के परिजनों ने शुक्रवार को सीएमएस कार्यालय में ताला जड़ कर ब्रांच मैनेजर समेत दर्जनभर से अधिक अधिकारियों को बंधक बना लिया। 

शहर में सीएम के रहते हुई थी लूट की घटना
लोग इस बात से नाराज थे कि पुलिस लूट मामले में निर्दोष कर्मियों को परेशान कर रही है। ताला खुलवाने पहुंची सदर पुलिस से लोगों की नोक-झोंक भी हुई। अंतत: परिजनों के भारी दबाव में रात को गार्ड, ड्राइवर और दोनों कस्टोडियन को पुलिस मुक्त कर दिया। बता दें कि 24 दिसंबर को जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने वरीय अधिकारियो के साथ मुजफ्फरपुर में समीक्षा कर रहे थे तभी शहर में अज्ञात अपराधियों ने हथियार के दम पर एटीएम में कैश लोडिंग करने आए वाहन से 24 लाख रुपए की लूट की थी। 

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