आक्रोशित भीड़ ने सीओ को पीटा। हालात का जायजा लेने पहुचें थे अधिकारी।
चंपारण: बिहार में बाढ़ ने 12 जिलों में तबाही मचा रखी है। आठ दिनों के बाद कहीं पानी उतर रहा है, कहीं चढ़ रहा है तो कहीं स्थिति यथावत है। बाढ़ से तबाह हुए लोगों का गुस्सा अब नेताओं व सरकारी अधिकारियों पर निकलने लगा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को पूर्वी चंपारण में अंचलाधिकारी (सीओ) को बाढ़ पीडि़तों ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। दूसरी ओर, ढाका अनुमंडल कार्यालय पर बाढ़ पीडि़तों ने पथराव भी किया। बता दें कि पिछले सप्ताह भी सांसद के साथ बाढ़ पीडि़तों ने धक्का-मुक्की की थी। मुआवजे की मांग को लेकर बाढ़ पीड़ितों में प्रशासन के प्रति आक्रोश गहराता जा रहा है। बताया जा रहा है कि सरकार के रवैये को देख कर शुक्रवार की दोपहर जब अधिकारी बाढ़ पीड़ितों से मिलने पहुंचे तो उनका धैर्य जवाब दे गया और गुस्सा फूट पड़ा।
मुआवजे की मांग को लेकर लोगों में है आक्रोश
मुआवजे की मांग को लेकर बाढ़ पीड़ितों में प्रशासन के प्रति आक्रोश गहराता जा रहा है। वहीं, पूर्वी चंपारण में बाढ़ पीड़ित कानून को हाथ में लेने लगे हैं। शुक्रवार को जिले के चिरैया प्रखंड में आक्रोशितों ने सीओ के साथ मारपीट की। लाठी-डंडे के साथ चिरैया प्रखंड सह अंचल कार्यालय पहुंचे आक्रोशितों ने अधिकारी से बाढ़ राहत की मांग करते हुए दुर्व्यवहार शुरू कर दीया। ग्रामीणों ने सीओ को सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। सीओ ने एक दुकान में शरण लेकर अपनी जान बचाई। पीड़ित पूरे गांव को बाढ़ग्रस्त घोषित करते हुए मुआवजे की मांग कर रहे थे।