गरीबी के आगे हारे मां-बाप, कोई मदद कर देता, तो बेटी के संग ऐसा न होता

बिहार के भागलपुर में गरीबी और बेटी की गंभीर बीमारी से जूझते एक परिवार की सनसनीखेज कहानी सामने आई है। इस परिवार ने अपनी बेटी के इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। सबकुछ बेच दिया। लेकिन आखिर में उन्होंने हार मान ली। बेटी की हालत वैसी की वैसी रही।

Asianet News Hindi | Published : Aug 30, 2019 10:13 AM IST / Updated: Aug 30 2019, 03:45 PM IST

भागलपुर. भागलपुर के हलकाराचक गांव में एक पिता ने गरीबी से तंग आकर अपनी बीमार बेटी को मार दिया। आरोपी की बेटी करुणा कुमारी किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित थी। हालांकि मां-बाप ने उसका इलाज कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जो कुछ था, सबकुछ बेच दिया। लोगों से कर्ज भी लिया, लेकिन बाद में मदद मिलना बंद हो गई थी। बच्ची का शव बुधवार को गांव के एक कुएं में मिला था। उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी। गुरुवार को पुलिस ने बच्ची के पिता को अरेस्ट कर लिया। FIR आरोपी की पत्नी रूणा देवी ने ही दर्ज कराई।

कुछ समझ नहीं आ रहा था
आरोपी ने बताया कि काफी इलाज के बावजूद बच्ची की हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा था। उसके इलाज के लिए गांव के कई लोगों से कर्ज ले लिया था। लेकिन बाद में लोगों ने मदद करने से मना कर दिया। आरोपी ने बताया कि बेटी के इलाज के लिए उसने जमीन भी गिरवी रख दी थी। जब चारों ओर से मदद की उम्मीद खत्म हो गई, तब उसने बेटी को मारने की साजिश रची।

पत्नी को नहीं पता चले पति के इरादे
बच्ची की मां इलाज बेहतर कराने पर जोर देती थी। इसे लेकर घर में रोज कलह होती थी। आरोपी कुछ दिनों से लगातार बच्ची को गायब करने की कोशिश कर रहा था। लेकिन ऐसा नहीं कर सका। आरोपी ने बताया कि मंगलवार रात पत्नी ने करुणा को बरामदे में सुला दिया। इसके बाद वो दो अन्य बच्चों के साथ सोने चली गई। आरोपी के मुताबिक, वो बहाना करके बच्ची के साथ ही सो गया। आधी रात वो उठा और बच्ची को घर के बाहर ले गया। वहां गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। फिर लाश को एक कुएं में फेंक दिया। घटना के बाद पति चुपचाप घर आकर सो गया। अगले दिन बच्ची के गायब होने पर आस पड़ोस के लोग उसे ढूंढने में जुट गए। लेकिन पत्नी को कुछ शक हुआ, तो उसने पति पर दबाव डाला। अंतत: पत्नी के सामने आरोपी ने अपनी जुर्म कबूल कर लिया।

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